मेरठ के ब्रह्मपुरी इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया जब चर्चित केस से जुड़ी मुस्कान रस्तोगी के घर से धुआं और लपटें उठने लगीं। बताया गया कि घर की रसोई में रखे गैस सिलेंडर से अचानक तेज आग भड़क उठी। कुछ ही पलों में कमरे का तापमान बढ़ गया और घर में अफरातफरी का माहौल बन गया। आस-पास के लोगों ने शोर सुनकर मौके की तरफ दौड़ लगाई।
घटना के दौरान मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी घर पर ही मौजूद थे। उन्होंने बिना समय गंवाए जलते हुए सिलेंडर को सावधानी से उठाया और घर के बाहर खुले स्थान पर फेंक दिया। उनकी यह त्वरित कार्रवाई हादसे को विकराल रूप लेने से पहले ही रोक गई। सिलेंडर के घर से बाहर फेंकते ही कुछ सेकंड तक हल्की लपटें दिखीं, लेकिन किसी तरह का विस्फोट नहीं हुआ। इस साहसिक कदम ने पूरे परिवार और आसपास के घरों को संभावित त्रासदी से बचा लिया।
स्थानीय लोगों ने बुझाई आग, फायर ब्रिगेड पहुंची देर से
मौके पर मौजूद लोगों ने पानी और मिट्टी डालकर आग को फैलने से रोका। जब तक फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम पहुंचती, आग पर लगभग पूरी तरह नियंत्रण पाया जा चुका था। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी के भी घायल होने की सूचना नहीं है।
पुलिस और दमकल अधिकारियों ने पूरे घर का निरीक्षण किया और सिलेंडर के रेगुलेटर, पाइप और स्टोव की जांच की। शुरुआती जांच में यह सामने आया कि गैस लीक होने के बाद आग भड़की, हालांकि सटीक कारणों का पता लगाने के लिए अधिकारियों ने नमूने एकत्र किए हैं।
पड़ोसियों के अनुसार, यह हादसा कुछ सेकंडों में इतना तेज हुआ कि यदि प्रमोद रस्तोगी तत्परता नहीं दिखाते तो पूरा घर लपटों की चपेट में आ सकता था। लोगों ने उनकी सूझबूझ की जमकर सराहना की।
एक बार फिर चर्चा में आया मुस्कान रस्तोगी का घर
यह वही घर है जो कुछ महीने पहले एक हाई-प्रोफाइल केस के चलते सुर्खियों में आया था। अब दोबारा यहां आग लगने की खबर से इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह एक सामान्य सिलेंडर हादसा प्रतीत होता है और इसमें किसी प्रकार की साजिश की संभावना फिलहाल नहीं दिख रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद मुस्कान रस्तोगी और उनके परिवार को फिलहाल सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। आग से घर का कुछ सामान जल गया, लेकिन जान-माल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ। इस हादसे ने एक बार फिर लोगों को यह संदेश दिया है कि गैस सिलेंडर जैसे उपकरणों की समय-समय पर जांच और सतर्कता कितनी आवश्यक है।
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