मेरठ के बहुचर्चित सौरभ हत्याकांड में मुख्य आरोपी बन चुकी मुस्कान एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार वजह है करवाचौथ—वही व्रत जिसमें सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या अपने पति की हत्या के आरोप में जेल में बंद मुस्कान, इस पर्व पर अपने प्रेमी साहिल के लिए व्रत रखेगी? या अब हालात उसे नज़दीक से दूर ले जा रहे हैं?
इस सस्पेंस पर आखिरकार मेरठ जेल प्रशासन ने चुप्पी तोड़ी है और साफ कर दिया है कि मुस्कान ने करवाचौथ पर कोई व्रत नहीं रखा है, न ही उसने किसी तरह का व्रत या पूजा से जुड़ा सामान मांगा है।
जेलर ने किया खुलासा – “कोई व्रत नहीं, न ही कोई विशेष मांग”
मेरठ जेल के सुपरिंटेंडेंट वीरेश राज शर्मा ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि मुस्कान और साहिल को जेल में अलग रखा गया है और दोनों की दिनचर्या आम बंदियों जैसी है। उन्होंने कहा, “मुस्कान ने करवाचौथ के व्रत के लिए न तो कोई आवेदन दिया और न ही कोई पूजा सामग्री ली। जेल के नियमों के अनुसार कोई भी बंदी विशेष पर्व मनाने के लिए सामान ले सकता है, लेकिन मुस्कान की ओर से ऐसा कुछ नहीं किया गया।”
जेल प्रशासन के इस बयान के बाद उन अटकलों पर विराम लग गया है, जिनमें दावा किया जा रहा था कि मुस्कान अपने प्रेमी के लिए करवाचौथ का व्रत रखेगी।
पहले रख चुकी है व्रत, नवरात्रि में किया था उपवास
गौरतलब है कि मुस्कान इससे पहले नवरात्रि में उपवास रख चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस दौरान उसने यह मनोकामना भी की थी कि उसका होने वाला बच्चा “कृष्ण जैसा” हो और उसे जल्दी रिहाई मिले। वह उस समय गर्भवती थी और धार्मिक रूप से सक्रिय दिख रही थी।
यही वजह थी कि करवाचौथ पर उसके व्रत रखने को लेकर चर्चाएं गर्म थीं। लेकिन अब उसका इस पर्व से दूरी बनाना कई सवाल खड़े करता है—क्या प्रेमी से दूरी इसकी वजह है या अब पछतावा?
चार्जशीट में दर्ज है रोंगटे खड़े कर देने वाली क्रूरता
मेरठ पुलिस ने इस केस में 1000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें 36 गवाहों के बयान और कई डिजिटल सबूत शामिल हैं। इस केस में मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
चार्जशीट के मुताबिक, सौरभ की गला काटकर हत्या की गई थी। इसके बाद शव के टुकड़े कर उन्हें नीले ड्रम में भरकर उस पर सीमेंट डाल दिया गया। यह हत्या न सिर्फ बेहद क्रूर थी, बल्कि बेहद योजनाबद्ध भी।
पुलिस को जब ड्रम से बदबू आने की सूचना मिली, तब जाकर इस वारदात का खुलासा हुआ। मुस्कान और साहिल हत्या के बाद हिमाचल प्रदेश की ओर फरार हो गए थे, लेकिन CCTV फुटेज, होटल बुकिंग डिटेल्स, और कॉल रिकॉर्ड्स के आधार पर उन्हें ट्रेस कर गिरफ्तार किया गया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोली हत्या की बर्बरता
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने इस हत्या की क्रूरता की परतें उधेड़ दीं। रिपोर्ट के मुताबिक, सौरभ के गले, चेहरे और हाथों पर गहरे और धारदार हथियार के घाव पाए गए। शव को पहचान से दूर करने के लिए उसे ड्रम में भरकर सीमेंट से पैक किया गया था।
पुलिस ने बताया कि ड्रम से आ रही तेज दुर्गंध के चलते मामले का भंडाफोड़ हुआ। अगर यह बदबू न फैलती, तो शायद हत्या महीनों तक छिपी रह जाती।
प्रेम में अंधी हुई मुस्कान ने तोड़ दिए रिश्तों के बंधन?
सवाल अब ये उठता है कि क्या मुस्कान प्रेम में इतनी अंधी हो गई थी कि उसने पति की हत्या कर डाली? चार्जशीट के अनुसार, मुस्कान और साहिल के बीच लंबे समय से संबंध थे, जिसका सौरभ को शक था। पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते थे।
एक दिन यह झगड़ा हत्या में बदल गया। आरोप है कि मुस्कान ने साहिल के साथ मिलकर सौरभ को मौत के घाट उतार दिया और शव को छुपाने के लिए यह खौफनाक योजना बनाई।
अब साधारण कैदी की तरह दिनचर्या, प्रेम का जादू उतरा?
जेल सूत्रों के मुताबिक, मुस्कान अब जेल में एक आम महिला कैदी की तरह रह रही है। ना कोई विशेष व्यवहार, ना ही विशेष सुविधा। करवाचौथ जैसे पर्व पर व्रत न रखना शायद यही दर्शाता है कि अब भावनाओं की जगह वास्तविकता और परिणाम उसके सामने हैं।
वह दिनभर जेल के भीतर निर्धारित कार्यों में भाग लेती है और अन्य महिला कैदियों से सीमित बातचीत करती है। साहिल से भी कोई विशेष संपर्क नहीं होने दिया गया है।
क्या करवाचौथ पर प्रेम की असलियत सामने आ गई?
कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और महिला अधिकार विशेषज्ञों का मानना है कि यह केस सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि संबंधों की जटिलता और प्रेम के अंधे मोड़ की ओर भी इशारा करता है।
करवाचौथ जैसे पारंपरिक पर्व पर व्रत न रखना शायद दर्शाता है कि मुस्कान अब अपने फैसलों और परिणामों को लेकर अधिक यथार्थवादी हो रही है, या फिर अब संबंधों की अहमियत खत्म हो चुकी है।
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