वर्ल्ड कप 2025 के रोमांचक फाइनल में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 298 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने आक्रामक रुख अपनाते हुए 87 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने सिर्फ 62 गेंदों में 12 चौके और 3 छक्के जड़े। उनके साथ कप्तान स्मृति मंधाना ने भी 41 रनों का अहम योगदान दिया, जिससे भारत ने पहले 15 ओवर में ही 120 का आंकड़ा पार कर लिया।
मिडिल ओवर में रुक गई रन मशीन
तेज शुरुआत के बाद मिडिल ओवर्स में भारतीय बल्लेबाजों की रफ्तार थम गई। दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर्स ने शानदार वापसी करते हुए रन गति को धीमा कर दिया। दीप्ति शर्मा ने धैर्य के साथ 58 रनों की पारी खेलकर पारी को संभाला, लेकिन साझेदारी लंबी नहीं चल सकी। टीम इंडिया 40 ओवर के बाद तक 260 का आंकड़ा छूने की रफ्तार पर थी, लेकिन विकेटों के गिरने से दबाव बढ़ गया।
आखिरी ओवर्स में नहीं आई रफ्तार
पारी के आखिरी पांच ओवरों में भारतीय बल्लेबाज खुलकर खेल नहीं पाईं। इन ओवर्स में सिर्फ 36 रन बने और दो अहम विकेट गंवाए गए। दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाज आयाबोंगा खाका और कप्प ने डेथ ओवर्स में सटीक गेंदबाजी करते हुए भारत को 300 पार नहीं जाने दिया।
अब गेंदबाजों की परीक्षा बाकी
फाइनल मुकाबले में अब भारत की जीत की जिम्मेदारी गेंदबाजों पर आ टिकी है। 299 रन का लक्ष्य आसान नहीं है, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी टीम का फॉर्म भी शानदार रहा है। झूलन गोस्वामी और रेनुका सिंह की शुरुआती स्पेल से टीम की उम्मीदें जुड़ी हैं। भारतीय फैन्स को उम्मीद है कि गेंदबाज शेफाली और दीप्ति की मेहनत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
क्या भारत फिर रचेगा इतिहास?
महिला विश्व कप के इतिहास में भारत कई बार करीब पहुंचकर ट्रॉफी से चूक चुका है। इस बार टीम की नजर पहली बार विश्व चैंपियन बनने पर है। अगर भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती विकेट निकाल लिए, तो इतिहास रचने से कोई नहीं रोक पाएगा। अब सबकी निगाहें दूसरे हाफ पर टिकी हैं — क्या शेफाली की पारी को जीत में बदला जाएगा?
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