हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के तीसा सिविल अस्पताल से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने वहां के एक डॉक्टर पर इलाज के दौरान असंवेदनशील भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया है।
महिला का कहना है कि उसकी ढाई साल की बच्ची को प्राइवेट पार्ट में जलन की शिकायत थी, जिसके बाद वह उसे अस्पताल लेकर गई। वहां डॉक्टर से तुरंत मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन फोन पर डॉक्टर ने नर्स को दवा और जांच की प्रक्रिया समझाई। महिला का दावा है कि इस बातचीत के दौरान डॉक्टर ने कथित तौर पर ऐसा शब्द कहा जिससे वह आहत हुई। उसका कहना है कि डॉक्टर ने नर्स से कहा – “उंगली डालकर थोड़ी चेक करूंगा”। महिला ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
महिला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें वह रोते हुए यह आपबीती सुनाते हुए डॉक्टर की भाषा को अनुचित बता रही है।
डॉक्टर की सफाई: बात को गलत समझा गया
महिला के आरोपों पर तीसा अस्पताल के डॉक्टर कुलभूषण का भी बयान सामने आया है। उन्होंने वीडियो जारी कर बताया कि जिस दिन की घटना की बात की जा रही है, उस दिन उन्होंने अस्पताल स्टाफ को कॉल पर मरीज की स्थिति के अनुसार दवा और संभावित जांच की प्रक्रिया समझाई थी।
आना ना आना एक अलग बात है लेकिन डॉक्टर को इस तरह की अभद्र भाषा और घटिया सोच का कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।pic.twitter.com/RYpgxrfnzR
— Satyendra Prajapati (@SatyendraRP) October 16, 2025
डॉक्टर का कहना है कि उन्होंने जो शब्द इस्तेमाल किए वो मेडिकल भाषा के अनुसार थे और उनका उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी बातों से किसी को असहजता हुई हो तो वे उसके लिए माफी मांगते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि वीडियो को सोशल मीडिया पर बिना संदर्भ के वायरल करना गलत है।
स्वास्थ्य विभाग ने गठित की जांच कमेटी
मामले की गंभीरता को देखते हुए चंबा जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. विपिन कुमार ने जानकारी दी कि इस विषय की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी पूरे घटनाक्रम की जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपेगी।
स्वास्थ्य विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर जांच में कोई लापरवाही या नियमों का उल्लंघन पाया गया तो आवश्यक प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
