Lal Quila Blast News: दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट केस में जांच एजेंसियों के हाथ एक नया सुराग लगा है। सूत्रों के मुताबिक, एक लाल रंग की फोर्ड Ecosport कार को इस धमाके से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि यही कार घटनास्थल के आसपास संदिग्ध रूप से घूमती दिखाई दी थी।
खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कार फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर है और इसे राजधानी के उत्तर और पूर्वी इलाकों में घूमते हुए देखा गया है। दिल्ली पुलिस, NIA और स्पेशल सेल ने इस वाहन की खोज के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। राजधानी के कई इलाकों में नाकेबंदी कर हर लाल कार की जांच की जा रही है।
संदिग्ध आतंकी की पहचान में जुटी एजेंसियां
Lal Quila Blast News से जुड़ी CCTV फुटेज में एक लाल Ecosport कार को विस्फोट के ठीक कुछ मिनट पहले इलाके से गुजरते हुए देखा गया था। जांच एजेंसियों को शक है कि इसी कार में मुख्य संदिग्ध आतंकी फरार हुआ है।
स्पेशल सेल ने कार की रेजिस्ट्रेशन डिटेल्स, फ्यूल पंप ट्रांजैक्शन, और टोल प्लाज़ा डेटा की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, यह वाहन किसी फर्जी पहचान पर रजिस्टर्ड हो सकता है। फरीदाबाद में बरामद विस्फोटक सामग्री और इस कार के बीच भी कनेक्शन तलाशा जा रहा है।
एनआईए के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “हमें इस कार से जुड़े कुछ डिजिटल संकेत मिले हैं। संभव है कि यही वाहन घटनास्थल पर विस्फोटकों की डिलीवरी में इस्तेमाल हुआ हो।”
दिल्ली में नाकेबंदी, मेट्रो और सीमाओं पर बढ़ी निगरानी
लाल किला ब्लास्ट के बाद अब दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर है। सभी प्रमुख मार्गों—कश्मीरी गेट, निजामुद्दीन, साउथ एक्सटेंशन और करनाल रोड—पर चेकिंग बढ़ा दी गई है। पुलिस ने ‘लाल Ecosport’ का मॉडल, नंबर और तस्वीरें सभी थानों व कंट्रोल रूम को भेज दी हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सभी जिलों के डीसीपी को आदेश दिया है कि कोई भी संदिग्ध वाहन मिलने पर तुरंत स्पेशल सेल को सूचना दी जाए। वहीं, मेट्रो स्टेशन, बस अड्डों और रेलवे टर्मिनलों पर भी सुरक्षा जांच कड़ी कर दी गई है। हर यात्री वाहन की चेकिंग के लिए डॉग स्क्वॉड और बम डिटेक्शन यूनिट को लगाया गया है।
राजधानी के कई हिस्सों में नाकेबंदी से लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना है कि “सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए जांच में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।”
फरीदाबाद कनेक्शन और विदेशी नेटवर्क की पड़ताल तेज
इस सिलसिले में फरीदाबाद के उस घर की भी जांच जारी है, जहां से विस्फोटक और 6 की-पैड मोबाइल बरामद हुए थे। जांच एजेंसियों को शक है कि इस मॉड्यूल ने राजधानी में कई जगहों पर विस्फोट की योजना बनाई थी।
खुफिया सूत्रों का कहना है कि फरार आतंकी ने संभवतः लाल Ecosport कार के जरिए विस्फोटक सामग्री ट्रांसपोर्ट की थी। अब एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि क्या यह नेटवर्क किसी विदेशी संगठन से जुड़ा है। इस मामले में अब तक तीन संदिग्धों से पूछताछ और दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
NIA और दिल्ली पुलिस का कहना है कि अगले 24 घंटे इस जांच के लिए बेहद अहम हैं। अगर लाल Ecosport बरामद हो जाती है, तो ब्लास्ट की साजिश की असली परतें खुल सकती हैं।
राजधानी पर साया अब भी कायम
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वाहन या गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस कंट्रोल रूम (100 नंबर) पर दें। सुरक्षा एजेंसियां 24 घंटे की निगरानी में लगी हैं और शहर के संवेदनशील इलाकों में सर्विलांस ड्रोन से मॉनिटरिंग जारी है।
Lal Quila Blast News के बाद से जनता में दहशत का माहौल है। खासकर पुरानी दिल्ली और फरीदाबाद बॉर्डर के इलाकों में पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है। एनआईए ने स्पष्ट किया है कि यह “संवेदनशील आतंकी मॉड्यूल” का हिस्सा हो सकता है, इसलिए हर सुराग की बारीकी से जांच की जा रही है।
जांच एजेंसियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती
फिलहाल जांच का फोकस उसी लाल Ecosport कार पर है जो अब तक पुलिस की पहुंच से बाहर है। माना जा रहा है कि यह कार ही ब्लास्ट साजिश का अहम सबूत बन सकती है। एजेंसियों ने इस कार को “टॉप प्रायरिटी टारगेट” घोषित किया है।
अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि क्या आने वाले दिनों में सुरक्षा एजेंसियां इस लाल कार को बरामद कर पाती हैं या यह मामला किसी बड़ी आतंकी साजिश की ओर इशारा करेगा। राजधानी में फिलहाल नाकेबंदी जैसी स्थिति बनी हुई है और जांच टीम हर दिशा में अपने जाल फैला चुकी है।
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