Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ को जलाए जाने की अफवाह के बाद तनाव उत्पन्न हो गया, जिसके बाद दो गुटों में झड़प हो गई और पुलिस पर पथराव किया गया। नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
धार्मिक भावनाएं भड़काने का लगा आरोप
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल पर धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगा है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गणेशपेठ थाने में महाराष्ट्र और गोवा के वीएचपी प्रभारी सचिव गोविंद शेंडे और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
हिंसा पर क्या बोला विश्व हिंदू परिषद?
नागपुर में हुई हिंसा पर विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि जो लोग उसमें शामिल हुए थे उनके घरों को तोड़ा जाना चाहिए और जो हमारे हिन्दू भाइयों को नुकसान पहुंचा है उन सभी दंगाइयों से उनकी वसूली की जानी चाहिए। हमने सरकार से कहा है कि हम यह कब्र उखाड़ कर रहेंगे। यह लोग संविधान को नहीं मानते यह सभी जिहादी लोग हैं। हिन्दू समाज को डराने और धमकाने के लिए यह हिंसा हुई है। यह औरंगजेब को अपना आदर्श मानने वाले लोग हैं। इन जिहादियों के खिलाफ अब हिन्दू समाज को सड़कों पर आना होगा।
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