अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगर पूरी दुनिया में किसी चीज के लिए जानें जातें हैं तो वो है कि उनके द्वारा दिया गया अजीबोगरीब बयान। अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं। उनसे मिलने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका पहुंचें थें। मुलाकात के दौरान ट्रंप ने इमरान से कह दिया था कि ‘जम्मू-कश्मीर को लेकर पीएम मोदी ने मध्यस्थता करने के लिए मुझसे कहा था’। जिसे लेकर हिन्दु्स्तान में सियासत काफी गरमा गई थी। सभी विपक्षी दलों के नेता पीएम मोदी से सफाई मांगने लग गए थें। ये भी पढ़े :डोनाल्ड ट्रंप ने इमरान खान को लगाई लताड़, कहा भारत से पंगा मत लो
अब इसी बीच, एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ ऐसा ही अजीबोगरीब बयान दे दिया। उन्होंने कह दिया कि, ‘अफ्रीकी तट से अमेरिका की ओर तेजी से बढ़ रहे चक्रवाती तूफान को रोकने के लिए हम न्यूक्लियर बम गिराएंगे, ताकि यह अमेरिका की सरज़मीं तक न पहुंच सके। इस बात की जानकारी किसी और ने ही नहीं ‘AXIOS’ अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में दी है।
इतना ही नहीं, इस बीच ट्रंप ने अपने शीर्ष अधिकारियों से इसकी रूपरेखा के बारे में भी पूछ लिया है। ट्रंप ने कहा, ‘कि ऐसा करना क्या संभंव हो पाएगा? क्या तूफान को रोकने के लिए हम न्यूक्लियर बम गिरा पाएंगे।
वहीं, ‘AXIOS’ अख़बार की रिपोर्ट पर गौर फरमाए तो ऐसा कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब ट्रंप ने इस चक्रवाती तूफान को रोकने के लिए न्यूक्लियर बम गिराने की बात कही है। बल्कि, इससे पहले तो उन्होंने अमेरिकी वैज्ञानिकों को इस पर शोध करने के लिए भी कहा था, ताकि किसी-भी भयावह तूफान पर अकुंश लगाया जा सके और अमेरिका को क्षति से रोक जा सके।
अगर हमें ट्रंप के इस बयान को बिल्कुल तफ्तीश से जानें की कोशिश करें तो सबसे पहले ऐसा सुझाव राष्ट्रपति ड्वाइट डेविट आइजनहावर के कार्यकाल में एक वैज्ञानिक ने दिया था। हालांकि, बाद में वैज्ञानिकों ने इस पर काफी शोध करने के बाद कहा कि, ‘ऐसा करना व्यवाहरिक जीवन में संभंव नहीं है’।
गौरतलब है कि अमेरिका में हर साल भारी तूफान आता है, जिससे स्थिति काफी बदहाल हो जाती है। इतना ही नहीं, अमेरिका में तो सात साल पहले ही आगामी तूफान का नामकरण कर दिया जाता है, कि इस वर्ष कौन-सा तूफान आएगा, तो उस वर्ष कौन-सा तूफान आएगा। ये भी पढ़े :पाकिस्तान के बाद इराक में हुई एयर स्ट्राइक, अमेरिका को ठहराया जिम्मेदार!