रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन का स्वागत किया और उन्हें तीनों सेनाओं के गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सम्मानित किया। इस अवसर ने भारत और रूस के ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंधों को उजागर किया।
राष्ट्रपति पुतिन को दी गई तोपों की सलामी
राष्ट्रपति भवन में स्वागत के दौरान पुतिन को परंपरागत तोपों की सलामी दी गई, जो किसी भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के आगमन पर सम्मान का सबसे बड़ा प्रतीक माना जाता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके साथ इस समारोह में भाग लिया। इस भव्य समारोह ने भारत और रूस के द्विपक्षीय संबंधों की ताकत को दर्शाया।
राजघाट पहुंचे राष्ट्रपति पुतिन
स्वागत समारोह के बाद पुतिन राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने अहिंसा और शांति के महान संदेश को याद किया। यह कदम भारत और रूस के बीच बढ़ते सम्मान और सहयोग का प्रतीक माना जा रहा है।
एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने किया था स्वागत
पुतिन का हवाई जहाज नई दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरा, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका स्वागत किया। इसके बाद दोनों नेता एक ही कार में प्रधानमंत्री आवास तक गए और करीब तीन घंटे तक बैठकों का दौर चला। यात्रा का दूसरा दिन ऊर्जा, सुरक्षा और व्यापार के क्षेत्र में नए समझौतों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Read more-लोकसभा में अरुण गोविल की मांग, बोले – ‘मदरसों और मस्जिदों में भी लगें सीसीटीवी कैमरे…’
