Maharashtra NCP Crisis: एनसीपी पार्टी के प्रमुख शरद पवार को बहुत बड़ा झटका लग गया है। भतीजे अजीत पवार ने रविवार 2 जुलाई को चाचा शरद पवार की पार्टी को छोड़ दिया है। जिससे महाराष्ट्र की सियासत में उलटफेर हो गया है। इससे पहले वह महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी संभाल रहे थे और अब वह डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी संभालते हुए दिखाई देंगे। शपथ लेने के बाद अजित पवार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि,’राष्ट्रीय स्तर के पहलुओं पर विचार करने के बाद सोचा कि विकास का समर्थन करना चाहिए। अधिकांश विधायकों की संतुष्टि के साथ और महाराष्ट्र की प्रगति के लिए फैसला लिया है।
बेटी के मोह में कर दी बड़ी चूक?
दरअसल 2 मई को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद अजित पवार को उनका उत्तराधिकारी बनाए जाने की अटकले बनी हुई थी। हालांकि 5 मई को उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया। लेकिन तभी 10 जून को एनसीपी के 25 वें स्थापना दिवस के मौके पर शरद पवार ने एक ऐसा फैसला ले लिया उन्हीं पर भारी पड़ गया। माना जा रहा था कि इस फैसले से उनके भतीजे अजित पवार काफी नाराज हो गए थे।
बेटी को बनाया था कार्यकारी अध्यक्ष
10 जून को शरद पवार ने संगठन के नए पदाधिकारियों के नाम की घोषणा की थी जिसमें उन्होंने अजित पवार का नाम नहीं लिया। उन्होंने अपनी बेटी सुप्रिया सुले और पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की घोषणा की। इसी तरह उनकी बेटी उत्तराधिकारी भी बन गई। माना जा रहा था जिसके बाद से ही अजित पवार काफी नाराज चल रहे थे। हालांकि सुप्रिया सुले ने अपने भाई की नाराजगी पर चुप्पी तोड़ी थी। उन्होंने कहा था कि एक बहन होने के नाते वह चाहती हैं कि उनके भाई की सभी इच्छाएं पूरी हो।
Read More-गोल्डन टेंपल में बर्तन धोते दिखें Parineeti Chopra और Ragav Chadha, मत्था टेक की सेवा, देखें वीडियो