Friday, June 2, 2023

सपा के एमएलसी पुष्पराज जैन के ठिकानों पर छापेमारी, लाॅन्च किया था समाजवादी इत्र

कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन पर इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई करने के बाद आयकर विभाग ने अब पुष्पराज जैन के यहां छापा मारा है।

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कानपुर। कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन पर इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई करने के बाद आयकर विभाग ने अब पुष्पराज जैन के यहां छापा मारा है। पुष्पराज जैन समाजवादी पार्टी के एमएलसी हैं और इन्होंने समाजवादी इत्र बनाया था। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम सुबह 7 बजे पुष्पराज जैन के घर पहुंची। आयकर विभाग की टीम पुष्पराज जैन के घर, ऑफिस समेत उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक ठिकानों पर छापा मारा है। आयकर विभाग की टीमों ने उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी छापा मारा है। टैक्स चोरी के आरोप में ये छापेमारी करने की बात कही जा रही है। पुष्पराज जैन के अलावा आयकर विभाग की टीम कन्नौज के एक और इत्र कारोबारी मोहम्मद याकूब के यहां भी छापा मारा है। ज्ञात हो कि पीयूष जैन की तरह ही पुष्पराज जैन भी कन्नौज के इत्र कारोबारी हैं।

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ज्ञात हो कि एक सप्ताह से इत्र कारोबारी पीयूष जैन पर छापेमारी का मामला गरमा गया है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस मुद्दे पर अब सियासत भी हो रही है। एक तरफ गृहमंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने पीयूष जैन को बीजेपी का ही आदमी बता दिया। पीयूष जैन पर छापेमारी के मामले को एकदम नया मोड़ देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वो छापा मारना चाहते थे इत्र वाले के यहां, उसका नाम था पुष्पराज जैन। इनका नाम था पीयूष जैन। लगता है डिजिटल इंडिया की गलती हो गई। पुष्पराज जैन की जगह पीयूष जैन आ गए।

अभी तक कन्नौज के धनकुबेर के घर छापेमारी के बाद से दो नामों की चर्चा है। दोनों के नाम का पहला अक्षर पी है और दोनों का सरनेम भी एक ही है जैन। एक संयोग और है कि दोनों कन्नौज के एक ही मोहल्ले के रहने वाले पड़ोसी हैं। इस मोहल्ले को जैन गली के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा दोनों का व्यापार भी इत्र का ही है। बताया जा रहा है कि मगर इतनी समानताओं के बावजूद दोनों में कोई संबंध नहीं हैं।

ऐसा है दावा

भाजपा नेताओं का दावा है कि पीयूष के समाजवादी पार्टी के नेता और एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जबकि समाजवादी पार्टी के नेताओं का दावा है कि पीयूष का परिवार भाजपा का समर्थक है। पीयूष जैन के छोटे भाई अंबरीश को अक्सर स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ देखा जाता है। 50 वर्षीय पीयूष जैन एक लो-प्रोफाइल व्यवसायी हैं। 60 वर्षीय पुष्पराज जैन की कन्नौज में एक बड़ी छवि है। पुष्पराज जैन का एक पेट्रोल पंप है, एक कोल्ड स्टोरेज है। 2016 में चुनावी हलफनामे के अनुसार पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।

पुष्पराज का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। पुष्पराज ने कन्नौज के स्वरूप नारायण इंटरमीडिएट कॉलेज में कक्षा 12 तक पढ़ाई की है। पुष्पराज ने कहा था कि मेरा पीयूष जैन से कोई लेना-देना नहीं है। आम बात यह है कि पीयूष जैन मेरे ही समुदाय से हैं। अगर उसके खिलाफ छापेमारी की गई है तो वह खुद इससे निपटेगा। पुष्पराज जैन 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी के रूप में चुना गया था। एमएलसी पुष्पराज का मुंबई में एक घर और एक कार्यालय है, जहां से मुख्य रूप से मध्य पूर्व में लगभग 12 देशों को निर्यात का होता है।

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