प्रयागराज। कोरोना का कहन न्यायालयों तक पहुंच गया है। अब इलाहाबाद हाईकोर्ट में कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन का प्रवेश हो गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के तीन जज कोरोना सवंमित मिले हैं। तीन जजों के एक साथ संक्रमित होने के बाद पूरी तरह से हड़कंप मच गया है। तीनों जजों के निवास वाले इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है। उनके सम्पर्क में आये लोगों की जांच की जा रही है। हाईकोर्ट के तीन जजों के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी ऐसे समय में आई है, जब कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीफ जस्टिस राजेश बिंदल की अध्यक्षता में रविवार को हुई प्रशासनिक कमेटी की बैठक में तीन जनवरी से मुकदमों की वर्चुअल सुनवाई का फैसला लिया गया था। कोरोना की वजह से अब प्रधान पीठ और लखनऊ बेंच में मुकदमों की वर्चुअल सुनवाई हो रही है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सभी मुकदमों की वर्चुअल सुनवाई की गाइडलाइंस जारी कर दी है। नई गाइडलाइन के के अनुसार न्यायालय परिसर में अधिवक्ता, मुंशी और वादकारियों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। नई गाइडलाइन के अनुसार आज से शुरू होने वाली वर्चुअल सुनवाई के दौरान पहले से दाखिल मुकदमे भी कोर्ट में पेश किए जाएंगे। साथ ही ऑनलाइन के साथ व्यक्तिगत कार्यालय आकर मुकदमे दाखिल किए जा सकेंगे। इसके लिए कोर्ट परिसर के बाहर काउंटर खोले जाएंगे।
ज्ञात हो कि इसके पहले भी कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट व इसकी लखनऊ बेंच में मुकदमों की सुनवाई वर्चुअल मोड में हुई थी। देश व प्रदेश में कोरोना संक्रमण में कमी आ जाने के बाद मामलों की फिजिकल सुनवाई करने की हाईकोर्ट ने अनुमति दी थी। एक बार फिर से कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के सामने आने के बाद हाईकोर्ट वर्चुअल मोड में चला गया है।
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