प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में बीएड प्रवेश परीक्षा आयोजित है। इस परीक्षा में गलत तरीके लाभ उठाने वाले भी सक्रिय थे। एसटीएफ ने शुक्रवार को बीएड की परीक्षा में सॉल्वर गैंग का खुलासा किया है। दूसरे की जगह परीक्षा दे रही एक युवती समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि पकड़ा गया आरोपी शिक्षक है। जिस महिला अभ्यर्थी के लिए परीक्षा दी जा रही थी वह फरार है। इस गैंग से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। सीओ एसटीएफ नवेन्दु सिंह ने बताया कि बीएड की परीक्षा में सॉल्वर गैंग की निगरानी की जा रही थी। सभी केन्द्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा की गयी थी। मुखबिर से सूचना मिली की पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री कॉलेज हंडिया में कोरांव की रहने वाली ऊषा देवी की जगह कोई दूसरी महिला परीक्षा दे रही है। वास्तविक महिला नहीं है।
एसटीएफ ने छापेमारी करके ऊषा की जगह परीक्षा दे रही नोएडा की दीक्षा को गिरफ्तार किया है। दीक्षा बीएड की परीक्षा ऊषा के लिए दे रही थी। उसके पास से फर्जी कागजात भी बरामद हुए हैं। पूछताछ के बाद एसटीएफ ने इस गैंग से जुड़े शिक्षक बालेंद्र सिंह पटेल को भी पकड़ लिया। इस साल्वर गैंगे में अभी और आरोपी पकड़े जा सकते हैं। पूछताछ में जानकारी मिली कि दीक्षा फतेहपुर की रहने वाली है और नोएडा में प्राइवेट नौकरी करती है। दीक्षा का उसके पति से तलाक हो चुका है। वह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पैसा लेकर दूसरे की जगह परीक्षा देती रही है। इससे पहले भी वह सुपर टेट समेत पांच अन्य परीक्षाओं में बैठ चुकी है।
बताया जा रहा है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में वह 50 हजार रुपये अग्रिम लेती थी और पास होने के बाद उसे पांच लाख रुपये मिलते थे। इस बीएड की परीक्षा में उसे 20 हजार रुपये अग्रिम मिले थे। एसटीएफ की मानें तो दूसरे की जगह परीक्षा दिलाने की सेटिंग शांति देवी इंटर कॉलेज के शिक्षक बालेंद्र सिंह पटेल ने किया था। वह एलआईसी का भी काम करता है। एसटीएफ इस मामले में जांच कर रही है।
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