लगातार बारिश होने के कराण उसका असर भी भयानक हो रहा है. पहड़ी इलाकों में होने वाली बारिश से मैदानी इलाकों में काफी समस्याएं आ रही है. इसी कारण तीन नदियों की संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj ) में भी जोरदार बारिश का काफी असर दिखाई दे रहा है. भारी बारिश के कारण यहां गंगा नदी और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है. इसमें नदियों के जलस्तर बढ़ने के कारण निचले इलाकों में भारी मात्रा में पानी भर गया है. इस कारण से वहां पर रह रहे लोगों ने अपने डेरा बदलने का सोचा है और सामान बांधकर किसी सुरक्षित जगह की ओर बढ़ रहे हैं.
लग रहे बाढ़ जैसे आसार
Low-lying areas in Prayagraj inundated due to rise in water-level in Ganga and Yamuna rivers; Local Administration on high alert pic.twitter.com/XtkKH5YmZs
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2021
जिस तरीके से भारी बारिश के कारण प्रयागराज में नदियां उफान पर है और जलस्तर बढ़ने के कारण वहां पर बाढ़ जैसे हालात लग रहे हैं. वहां की दोनों नदियां खतरे के निशान से केवल चार मीटर नीचे है. पर नदियों के आस पास के जो भी इलाकें है वहां पर बाढ़ का पानी घुसने लगा है. इसी कारण स्थानीय प्रशासन को हाई अलर्ट कर दिया गया है. प्रशासन ने अपील की है कि नदी के किनारों को खाली कर दिया जाए.
बाढ़ का पानी पहुंचा लेटे हुए हनुमान मंदिर तक
तो वहीं, लेटे हुए हनुमान मंदिर तक गंगा जी का पानी पहुंच गया है. मंदिर के कपाट को बंद कर दिया गया है. इसका कारण ये है कि बाढ़ का पानी गर्भगृह में पहुंचने और बजरंग बली की प्रतिमा के डूब गये हैं. मंदिर प्रांगण भी करीब ढाई से तीन फिट पानी में डूब गया है. बता दें कि पौराणिक महत्व वाला ये एकलौता मंदिर है, जहां पर हनुमान जी आराम की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं और वो लेट के अपने भक्तों को दर्शन देते हैं.
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