Wednesday, June 7, 2023

मुस्कराइए कि आप लखनऊ में हैं, लखनऊ दहाड़ भी मारेगा, ब्रह्मोस भी बनायेगा…

ब्रह्मोस का नाम ब्रह्मपुत्र नदी के नाम से निकला। उससे ब्रह्म बना और रूस की नदी मॉस्कवा से मोस ले लिया गया। उस तरह ब्रम्होस नाम पड़ा।

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  • ब्रह्मोस आक्रमण के लिए नहीं, बुरी नजर उठाने वालों के लिए है : राजनाथ सिंह

लखनऊ। रविवार देशी की रक्षा तैयारियों का गवाह बना। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में रविवार को ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केंद्र की लैब का शिलान्यास किया। इस अवसर पर आयोजित समोरोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब दुनिया मान रही है कि व्यापार के लिए कोई भी राज्य अच्छा है तो वह उत्तरप्रदेश है। नए भारत की नींव अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी। अब उसका निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। अटल बिहारी ने दुनिया के विरोध के बावजूद पोखरण में परमाणु परीक्षण करके अपनी शक्ति का परिचय दिया था। अब भारतीय रक्षा प्रौद्योगिकी और आधुनिक होती जा रही है। रक्षा क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।

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भारत अब हथियार का आयातक देश नहीं, निर्यातक देश बनेगा। भारत दुनिया की आधुनिक तकनीकी का कौशल दिखलायेगा। सरकार इस तरफ तेजी से कार्य कर रही है। कुछ दिन पहले रूस, फ्रांस को हमने उनके माध्यम से दुनिया को संदेश दे दिया कि आओ मेक फॉर इंडिया बनाओ। उन्होंने मिसाइल के ब्रह्मोस नाम के बारे में भी बताया। ब्रह्मोस का नाम ब्रह्मपुत्र नदी के नाम से निकला। उससे ब्रह्म बना और रूस की नदी मॉस्कवा से मोस ले लिया गया। उस तरह ब्रम्होस नाम पड़ा।

इससे पहले सीएम योगी ने कहा कि रक्षामंत्री का स्वागत अभिनन्दन। प्रदेश में पहले डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग की घोषणा की गई, फिर डिफेंस एक्सपो का कार्यक्रम हुआ। डिफेंस एक्सपो के लिए उन्होंने रक्षामंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद। पहले जिस डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा हुई थी, उस दिशा में हमारे प्रदेश के सभी छह नोड में कार्य शुरू हो गए हैं। 19 नवम्बर को ही प्रधानमंत्री ने झांसी में भारत डायनामिक्स यूनिट का शिलान्यास किया था। आज यहां ब्रह्मोस के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शिलान्यास कर रहे हैं।

भारत दुनिया मे मैत्रीपूर्ण और करुणा का संदेश देने वाला देश है। लेकिन इसका मतलब यह नही की हमारे देश की सुरक्षा पर आंच आने देने की छूट देंगे। ऐसा नहीं है ये नया भारत है। यह किसी को छेड़ता नहीं है,लेकिन कोई छेड़ता है तो छोड़ता भी नहीं है। आज का ये कार्यक्रम हमारे 6 डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नोड के अंतर्गत हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी रक्षा तैयारियां सुरक्षा के लिए हैं किसी पर आक्रमण के लिए नहीं हैं। रक्षा सामग्री के लिए उत्तर प्रदेश पहले से ही हो रहा था। कानपुर में होता था लेकिन अब लखनऊ भी इसमे शामिल हो गया है। अब मुस्कराइए आप लखनऊ में हैं के साथ लखनऊ दहाड़ भी मारेगा, ब्रह्मोस मिसाइल यहां से बनेगा।

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