लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक पार्टियां ताबड़तोड़ रैलियां कर रही हैं, वहीं बसपा अभी तक पूरी ताकत के साथ मैदान में नहीं आ रही है। भाजपा ब्रिगेड पूरी तरह से उत्तर प्रदेश में रैलियां कर रही है। पीएम मोदी, सीएम योगी, अमित शाह, जेपी नड्डा और दूसरे मंत्री लगातार रैलियां कर रहे हैं। अखिलेश यादव रथयात्रा के साथ सभा भी कर रहे हैं लेकिन मायावती क्यों चुनावी रैलियां नहीं कर रही हैं। यह सवाल तेजी से सियासी गलियारे में उभर रहा है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी गरीबों की पार्टी है, उनके पास अन्य पार्टियों की तरह धन नहीं है। अगर वह रैलियां करेंगी तो आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा। बसपा अन्य पार्टियों की नकल नहीं कर रही और ताबड़तोड़ रैलियां नहीं कर रही है।
सभी देशवासियों को नववर्ष 2022 की दिली मुबारकबाद एवं शुभकामनाएं। नया साल सबके लिए नई उम्मीद व ख़ुशियाँ लेकर आए, ऐसी कुदरत से कामना। हमें ना ही कोरोना की आफत से और ना सरकार की विफलताओं से ही हिम्मत हारना है, बल्कि उनके विरुद्ध संघर्ष के बल पर अपनी तक़दीर खुद संवारनी है।
— Mayawati (@Mayawati) January 1, 2022
नए साल के मौके पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने देशवासियों और पार्टी के लोगों को नव वर्ष की बधाई दी। उन्होंने कहा कि करोड़ों गरीबों और छोटे व्यापारियों को वर्तमान में फिर से शुरू हो रही कोरोना की बीमारी से हिम्मत नहीं हारनी है। सभी वर्गों की हो रही कठिनाइयों से भी हिम्मत नहीं हारना है। हमें और आपको अपना उज्ज्वल भविष्य खुद बनाना है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य जिलों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा को जीता कर आप अपने बुरे दिन से मुक्ति पाने का सार्थक प्रयास कर सकते हैं।
इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले हवा-वाई घोषणाएं, वादें और शिलान्यास करती हैं। जनता का पैसा पानी की तरह बहा दिया जाता है। यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में यही देखने को मिल रहा है। ठंड में जो सियासी गर्मी चढ़ी है, वो गरीब के पैसे की ही गर्मी चढ़ी है। वो सरकारी खजाने की ही गर्मी चढ़ी है। सत्ता में पार्टी में नहीं होती तब ये ताबड़तोड़ जनसभा नहीं कर पाती। रिश्ते नाते पर कटाक्ष करने की याद नहीं आती है।
मायावती ने कहा कि अगर मैं अन्य पार्टियों की नकल कर जनसभा करती हूं तो हम आर्थिक बोझ नहीं उठा पाएंगें उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी मूवमेंट वाली है, गरीबों की पार्टी है। दूसरी पार्टी की तरह धन हमारी की पार्टी के पास नहीं है। चुनाव की तैयारी को लेकर हमारी अलग कार्यशैली है, जिसे हम बदलना नहीं चाहते हैं। चाहे विरोधी कितना भी कटाक्ष करे। दूसरी पार्टी को हमारी चिंता नहीं करनी चाहिए हमें अपनी पार्टी की चिंता है।
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