- जब मंत्री स्वाती सिंह ने दिव्यांग दीपक को दी चलती-फिरती दुकान तो उसकी भर आयी आंखें
- अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने दिव्यांगों को वितरित की चलती-फिरती दुकान
- कंबल व दिव्यांगों को सर्टिफिकेट भी दिये, जब तक है जान करतीं रहुंगी सेवा
लखनऊ। गरीबों की सुनो वो तुम्हारी सुनेगा…1966 में दस लाख फिल्म में फिल्माई पंक्तियों को स्वाति सिंह ने चरितार्थ कर दिया। उन्होंने गरीब- दिव्यांगों का सहारा बन कर अपनापन का एहसास कराया। दोनों पैरों दिव्यांग, हाथ भी ठीक से काम नहीं करते। उस दीपक को जब शनिवार सुबह सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र की विधायक व प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह ने चलती-फिरती दुकान के साथ ही बिक्री के लिए कुछ सामान भी दिये तो उसके आंखों से आंसू छलक आये। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर स्वाती सिंह ने अपने आवास पर दर्जनों दिव्यांगों को चलती-फिरती दुकान, चालीस से ज्यादा दिव्यांगों को प्रमाणपत्र और कंबल वितरित किये।
आशियाना सेक्टर आई के रहने वाले दीपक ने बताया कि विकलांग पेंशन के लिए मैं अखिलेश यादव की सरकार के समय उनके पास भी गया था। स्वयं उनके हाथों में कागज दे कर आया लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब तक उम्मीद लगाये रहा। जबसे दीदी आयीं उसी समय से हमारी पेंशन शुरू हो गयी। दीदी ने जितना दिव्यांगों की सहायता के लिए कार्य किया है। उनकी प्रशंसा के लिए शब्द कम पड़ेंगे। दोनों आंखों की रोशनी गवां चुकी सोनी भी कार्यक्रम में पहुंची थी। स्वाती सिंह ने जब उसके हाथों से अटल जी के चित्र पर माल्यार्पण कराया तो वह भावुक हो उठी। उसका कहना था कि इतना प्यार कोई नहीं दे सकता है। यहां ममता झलकती है।
इससे पहले सभी दिव्यांगों ने अटल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम को शुभारंभ किया। मंत्री ने दिव्यांगों को साथ लेकर अटल जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनको याद किया। स्वाती सिंह ने कहा कि अटल जी के सपनों को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगे हुए हैं। जहां पहले गरीबों का हक फाइलों में ही दबकर रह जाते थे, आज उन तक सारी योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है और जिंदगी में खुशहाली आ रही है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारे शरीर में प्राण है, मैं गरीब, वंचित लोगों की सेवा करती रहुंगी।
स्वाती सिंह ने कहा कि हम गरीबों के साथ दूसरी पार्टियों की तरह राजनीति नहीं करते। यह हमारा सेवा भाव है। उनको सामान्य जन की तरह हर सुविधा मिले, यह हमारी पार्टी का विजन है। यह सतत चलने वाली प्रक्रिया है। जब देश पर कोरोना जैसी महामारी का प्रकोप आया तो एक-एक भाजपा का कार्यकर्ता अपनी जान का परवाह किये बगैर लोगों की सेवा में जुट गया। वहीं दूसरे लोग घरों में दुबक कर ट्वीटर-ट्वीटर खेल रहे थे। उस समय तो कोई चुनाव नहीं था। हम सिर्फ सेवा भाव से कार्य में जुटे थे। हमारे लिए सेवाभाव कल भी था, आज भी है और कल भी रहेगा। स्वाती सिंह एक-एक दिव्यांग व अन्य लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और त्वरित निदान के निर्देश दिये। कार्यक्रम के समापन के बाद सभी दिव्यांग और अतिथियों ने जलपान किया। कार्यक्रम के दौरान सौ से अधिक लोग उपस्थित रहे।
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