वाराणसी /लखनऊ। विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का दल बदलने का सिलसिला तेज हो गया है। वाराणसी में भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव को बड़ा झटका दिया है। वाराणसी से समाजवादी पार्टी के एमएलसी शतरुद्र प्रकाश भाजपा में शामिल हो गये हैं। शतरुद्र प्रकाश डॉ. राम मनोहर लोहिया से प्रभावित होकर समाजवादी युवजन सभा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सदस्य बने थे। शतरुद्र प्रकाश ने कई आंदोलनों का नेतृत्व किया है। एक बार उन्होंने राष्ट्रपति भवन में घुस कर भी प्रदर्शन किया था।
नवंबर में समाजवादी पार्टी के चार एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू, सीपी चंद, रमा निरंजन और नरेंद्र भाटी ने बीजेपी का दामन पहले ही थाम चुके हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी इन नवागत सदस्यों को निकाय क्षेत्र एमएलसी चुनाव में उतारेगी। सभी नवागत दिग्गज हैं और अपने-अपने इलाके के मजबूत नेता माने जाते हैं। एमएलसी रविशंकर सिंह उर्फू पप्पू, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पौत्र हैं वे भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर पहले ही सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। नीरज शेखर वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं। पूर्व मंत्री मार्कण्डेय चंद के पुत्र सीपी चंद 2016 में सपा के समर्थन से गोरखपुर से एमएलसी बने थे। वर्तमान में उन्होंने भी बीजेपी का दामन थाम लिया था।
नोएडा के नरेंद्र भाटी भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं जो पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते रहे हैं। अवैध खनन मामले में नोएडा की एसडीएम दुर्गशक्ति नागपाल के द्वारा कड़ी कार्रवाई किए जाने के बाद नरेंद्र भाटी चर्चा में आए थे। बीजेपी ने भी खनन को बड़ा मुद्दा बनाया था और अखिलेश सरकार को घेरा था। झांसी-जालौन-ललितपुर सीट से एमएलसी रमा निरंजन भी सपा को अलविदा कहकर बीजेपी में शामिल हो चुकीं हैं। समाजवादी पार्टी में जहां भारतीय जनता पार्टी बार-बार सेंधमारी कर रही है वहीं समाजवादी पार्टी भी क्षेत्रीय दलों के साथ खड़ी है।
यह भी पढ़ेंः-अमित शाह के ABCD जुमले पर अखिलेश का करारा जवाब, A अब B भाजपा C छोड़ D दी