लखनऊ /मऊ। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबियों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। मंगलवार को जहां गाजीपुर में आफसां अंसारी और मुख्तार अंसारी के साले के सम्पत्ति पर कुर्की की कार्रवाई हुई। वहीं बाराबंकी में एम्बुलेंस प्रकरण को लेकर तीन आरोपी दबोचे गये। अब मुख्तार अंसारी के करीबियों पर योगी सरकार उनके हथियार लाइसेंसों पर कार्रवाई करने वाली है। मऊ में मुख्तार के करीबियों पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्तार अंसारी के गैंग आईएस 191 के 42 करीबियों के 45 लाइसेंसी शस्त्रों को निलम्बित कर दिया गया है। अब इन सभी शस्त्रों को थाने में जमा कराये जा रहे हैं। इस कार्रवाई में थाना दक्षिण टोला क्षेत्र के 33 शस्त्र लाइसेंस, थाना कोतवाली के 9 और थाना सरायलखन्सी के 3 शस्त्र लाइसेंस शामिल हैं।
ऐसे हुई कार्रवाई
लाइसेंसी शस्त्र धारकों के कारतूसों के सत्यापन और जांच के बाद निरस्त्रीकरण की कार्रवाई हुई है। खरीदे गए कारतूसो में से कुछ टेस्ट फायर और हर्ष फायर आदि में इस्तेमाल किये गये हैं। खोखा कारतूस जमा करने के बारे में जांच हुई तो पता चला कि फायर के समय वहीं छोड़ दिया गया है। यह शस्त्र लाइसेंस नियमों का उल्लंघन है। ज्ञात हो कि इससे पहले मंगलवार को गाजीपुर और लखनऊ में मुख्तार की पत्नी और साले की दो करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई। एम्बुलेंस मामले में मंगलवार को ही मुख्तार के तीन करीबियों को भी पकड़ा गया। इनमें एक एम्बुलेंस चलाता था और दो हमेशा एम्बुलेंस में मुख्तार के साथ सुरक्षाा में तैनात रहते थे।
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