लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सियासत अब सड़कों पर दिखने लगी है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मिशन-2022 का लक्ष्य करते हुए साइकिल यात्रा पर निकले। उन्होंने पार्टी मुख्यालय से साइकिल यात्रा की शुरुआत की। अखिलेश यादव की साइकिल यात्रा के साथ समाजवादी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के सभी जिलों में साइकिल यात्रा निकाली। अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने कन्नौज में साइकिल यात्रा को रवाना किया। यात्रा से पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने महंगाई-बेरोजगारी और खेती-किसानी सहित तमाम मुद्दों पर योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी झूठ बोलने में नंबर एक पार्टी है। वो हर मुद्दे पर झूठ पर झूठ बोल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आम लोगों की मदद करने में पूरी तरह नाकाम रही। महामारी से जब लोगों की जान जा रही थी तब प्रदेश में जमकर दवाओं की कालाबाजारी हो रही थी। यह सरकार की विफलता थी। लोगों को मजबूरन अपने प्रियजनों की लाशें गंगा में बहानी पड़ीं। सरकार इस सच्चाई को स्वीकार करने की बजाए झूठ पर झूठ बोल रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हम यूपी को नई दिशा देना चाहते हैं। उन्होंने भाजपा को हर मोर्चे पर नाकाम रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ऑक्सीजन तक उपलब्ध नहीं करा पाई। जनता में नाराजगी है। हो सकता है आने वाले समय में समाजवादी पार्टी को चार सौ सीट भी जितवा दे। आज ऐसे हालात हैं कि भाजपा के पास प्रत्याशी कम पड़ेंगे। उन्हांेने आरोप लगाया कि भाजपा ने अभी तक अपना चुनावी घोषणा पत्र नहीं खोला है। उन्होंने कहा कि यह लोग मनी फेस्टो बनाते हैं। उन्होंने जातीय समीकरण पर भी निषाना साधा।
उन्होंने कहा कि भाजपा पंचायत चुनाव में शिक्षकों की बलि देने में नंबर वन, रोजगार मांगने वाले नौजवानों पर लाठी चलाने में नंबर वन, लोगों को जेल में डालने में नंबर वन और विशेष धर्म पर अत्याचार करने में नंबर वन है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम को लैपटॉप चलाना नहीं आता इसलिए नहीं बांटा। किसानों की आय दोगुनी करे की बात की थी लेकिन कुछ हुआ ही नहीं। भाजपा को इन बातों का जवाब देना चाहिए। गन्ना मूल्य आज भी बकाया है। जनता की ही जासूसी की जा रही है जिस पर गतिरोध बना हुआ है।
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