अयोध्या। दिसम्बर 2023 तक अयोध्या में बन रहा भव्य राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया जायेगा। इससे पहले भी राम मंदिर निर्माण का काम देख रहे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा था कि मंदिर का मुख्य परिसर 2023 के अंत तक तैयार हो जाएगा और उसके बाद इसे श्रद्धालुओं के लिए खोला जा सकेगा। बताते चलें कि बीते साल कोरोना महामारी में पाबंदियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया था। मंदिर निर्माण से जुड़े लोग इस साल की शुरुआत से कई बार दोहरा चुके हैं कि दो साल के भीतर मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी और आम श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन की अनुमति होगी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिसम्बर 2023 तक मंदिर का काम लगभग पूरा हो जाएगा और लोग भगवान राम की पूजा-अर्चना कर सकेंगे।
गौरतलब है कि गुरुवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत हुए एक साल पूरा हो रहा है। इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या का दौरा करेंगे। कहा जा रहा है कि इस इवेंट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्चुअली सम्बोधित कर सकते हैं। मालूम हो कि राम मंदिर निर्माण के लिये रामतीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पूरे देश अभियान चलाया था, जिसके तहत प्रत्येक घर से मंदिर के लिए समर्पण राशि लिया गया था, इस अभियान को देशवासियों ने बहुत सफल बनाया था। कहा जाता है कि अयोध्या को भगवान श्रीराम के पूर्वज विवस्वान (सूर्य) के पुत्र वैवस्वत मनु ने बसाया था, तभी से इस नगरी पर सूर्यवंशी राजाओं का राज महाभारतकाल तक रहा। यहीं पर प्रभु श्रीराम का दशरथ के महल में जन्म हुआ था।
महर्षि वाल्मीकि ने भी रामायण में जन्मभूमि की शोभा एवं महत्ता की तुलना दूसरे इन्द्रलोक से की है। धन-धान्य व रत्नों से भरी हुई अयोध्या नगरी की अतुलनीय छटा एवं गगनचुंबी इमारतों के अयोध्या नगरी में होने का वर्णन भी वाल्मीकि रामायण में मिलता है।
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