गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर से आई कुछ तस्वीरें और एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही हैं, जिसने आम लोगों के साथ-साथ राजनीतिक हलकों में भी चर्चा छेड़ दी है। इस वायरल वीडियो में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंदिर प्रांगण में बैठे हुए नजर आ रहे हैं और उनके हाथ में केला है। तभी एक मोर बड़े शांत और सहज भाव से उनकी ओर बढ़ता है और केला खाने लगता है। हैरानी की बात ये है कि यह पूरी प्रक्रिया बिल्कुल बिना किसी डर या हिचक के होती है — मानो मोर और योगी आदित्यनाथ के बीच पहले से कोई आपसी समझ हो।
मोरों का व्यवहार या कोई आध्यात्मिक संकेत?
इस दृश्य को देख कई लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं। कुछ इसे “आध्यात्मिक जुड़ाव” कह रहे हैं, तो कुछ इसे “प्राकृतिक साक्षात्कार” बता रहे हैं। वहीं, कुछ यूज़र्स का मानना है कि मोर का यह व्यवहार दर्शाता है कि जानवर भी सकारात्मक ऊर्जा को महसूस कर सकते हैं। वीडियो में मोर न केवल सीएम के करीब आता है, बल्कि उनकी बातों और इशारों पर भी प्रतिक्रिया देता हुआ दिख रहा है, जिससे यह पूरा दृश्य और भी रहस्यमय लगने लगता है।
एक आध्यात्मिक और प्राकृतिक संगम
हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब गोरखनाथ मंदिर में मोरों की मौजूदगी चर्चा का विषय बनी हो। मंदिर परिसर में अक्सर मोर देखे जाते हैं, लेकिन इस बार का दृश्य अलग है — आत्मीयता और सामंजस्य से भरा हुआ। यह घटना न केवल योगी आदित्यनाथ की व्यक्तित्व के एक अनदेखे पक्ष को सामने लाती है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि क्या इंसानों और पशु-पक्षियों के बीच संवाद की कोई गूढ़ भाषा होती है?
