Aacharya Satendra Das: अयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का आज लखनऊ में निधन हो गया उन्हें ब्रेन हेमरेज के बाद 3 फरवरी को अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया था। आज सुबह 7:00 उन्होंने अंतिम सांस ली है। सत्येंद्र दास पिछले 3 दशकों से अयोध्या के रामलला के मुख्य पुजारी के तौर पर सेवक दे रहे थे। उनके निधन के बाद हर किसी के मन में यही सवाल उठ रहा है कि सत्येंद्र दास के बाद राम मंदिर का मुख्य पुजारी कौन होगा।
रामलला को गोद में लेकर भागे थे सत्येंद्र दास
1 मार्च 1992 को सत्येंद्र दास की रामलला के मुख्य पुजारी के तौर पर नियुक्ति हुई थी। सत्येंद्र दास के पुजारी बनने के 9 महीने बाद ही बाबरी विध्वंस की घटना हुई थी उसे दौरान सत्येंद्र दास ही रामलला को गोद में लेकर वहां से भागे थे। रामलला जब अस्थाई टेंट में थे तब से लेकर भव्य मंदिर में विराजमान होने तक वह रामलला के सेवक के तौर पर कार्य करते रहे। पिछले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के वक्त रामलला की पूजा अर्चना के लिए 24 पुजारी का चयन किया गया था इसके बाद भी मंदिर में पुजारियों की संख्या और बढ़ाई गई। मंदिर प्रांगण में मुख्य मंदिर के अलावा भी अन्य मंदिर होने के चलते यहां पुजारियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि सभी पुजारियों को प्रशिक्षण के बाद राम मंदिर में सेवा करने का मौका दिया गया है।
कौन होगा मंदिर का मुख्य पुजारी?
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि सत्येंद्र दास के निधन के बाद राम मंदिर का मुख्य पुजारी कौन होगा। इस मामले में फैसला श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य ही करेंगे। 15 सदस्यीय इस ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास महाराज समेत 6 संत हैं। इस ट्रस्ट में कलेक्टर और सुप्रीम कोर्ट के वकील भी हैं यहां सभी मिलकर अगला मुख्य पुजारी तय करेंगे।
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