अलीगढ़ के बन्ना देवी थाना क्षेत्र में उस समय तनाव का माहौल बन गया, जब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में हिंदू संगठन अचानक थाने के बाहर जमा हो गए। जैसे-जैसे भीड़ बढ़ी, वैसे-वैसे पुलिस की चिंता भी। संगठनों का आरोप है कि बाबा बागेश्वर धाम से जुड़े धार्मिक अभियान और हिंदू राष्ट्र की मांग को बदनाम करने के लिए उनके नाम और तस्वीरों का दुरुपयोग करते हुए सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री फैलाई जा रही है। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट कहा कि यह मामला मात्र एक धार्मिक गुरु का नहीं बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था का प्रश्न है, और यदि दोषी पर तत्काल FIR नहीं हुई, तो यह आंदोलन जिलेभर में उग्र रूप ले सकता है।
आरोपी पर FIR की मांग तेज—‘धमकियों को हल्के में न लें’
हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने थाने में प्रार्थना पत्र सौंपते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के साथ-साथ जान से मारने जैसी गम्भीर धमकियाँ तक दी जा रही हैं। नेताओं ने इसे एक सोची-समझी साजिश बताते हुए दावा किया कि कुछ तत्व लगातार बाबा की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे समाज में तनाव फैल सकता है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं, बल्कि लगातार ऐसे कंटेंट के माध्यम से हिंदुओं को आपस में बांटने और सामाजिक टकराव पैदा करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि प्रशासन अभी भी निष्क्रिय रहा, तो वे व्यापक आंदोलन करने पर बाध्य होंगे।
‘कड़ी कार्रवाई होगी’—कोतवाल का आश्वासन
थाना बन्ना देवी के कोतवाल सीपी सिंह ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर जांच में तेजी लाने और संबंधित आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि शिकायत पत्र की सभी सामग्री की तकनीकी जांच की जा रही है, और दोषी पाए जाने पर उचित धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा। हालांकि, हिंदूवादी नेताओं ने साफ किया कि उनकी निगरानी इस पर पूरी तरह बनी रहेगी। उनका कहना है कि यदि जांच में विलंब हुआ या कार्रवाई सतही रही, तो वे जिले के विभिन्न हिस्सों में बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन पर ही होगी। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि आस्था से जुड़े मामलों को हल्के में लेना किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं होगा।
