मुम्बई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को टी-20 और एकदिवसीय टीम का कप्तान बना दिया गया है। रोहित शर्मा को कप्तान बनाये जाने और कोहली को हटाये को जाने के बाद पूर्व खिलाड़ियों की लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस फैसले को लेकर तीखी प्रतिक्रियायें आ रही है। पूर्व चीफ सेलेक्टर दिलीप वेंगसरकर ने भी प्रतिक्रिया दी है। दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि कोहली की जगह सीमित ओवर्स के फॉर्मेट का कप्तान रोहित शर्मा को बनाया है। यह ठीक है लेकिन भारतीय बोर्ड को कुछ ऐसे युवा खिलाड़ियों को भी तैयार करना चाहिए, जो भविष्य में सीनियर्स के रिटायर होने पर टीम की कमान संभाल सकें। वेंगसरकर ने कहा कि बगैर तैयार किए आप युवाओं को समंदर में नहीं फेंक सकते. उन पर ध्यान देना होगा।
दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि सेलेक्टर्स का काम होता है, युवाओं को तैयार करना। बेंच स्ट्रेंथ को मजबूत करना और टीम में काफी युवा खिलाड़ियों के विकल्प तैयार करना। इससे यह होगा कि जब कोई सीनियर खिलाड़ी रिटायर होगा तो टीम को कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यदि एक बार हालात आपके हाथ से बेकाबू हो गए तो बहुत मुश्किलें आ जाएंगी। वेस्टइंडीज को ही देख लीजिए। इस टीम ने 15 साल क्रिकेट पर राज किया और नंबर-1 रहे। अब यह टीम बहुत नीचे (8वें नंबर) है। वेंगसरकर ने कहा कि भारतीय चयन समिति को वर्तमान के साथ भविष्य के क्रिकेटर तैयार करना है।
हमने धोनी और ईशांत को तैयार किया
पूर्व चीफ सेलेक्टर वेंगसरकर ने कहा कि मेरे कार्यकाल में हमने अनिल कुंबले को टीम की कप्तानी सौंपी थी। इसी दौरान हमने महेंद्र सिंह धोनी और बाकी खिलाड़ियों को कप्तानी के लिए तैयार कर लिया था। कप्तानी एक नेतृत्व का गुण है। हमने तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को भी तैयार किया था। उन्हें इंग्लैंड दौरे पर भेजा लेकिन वहां उन्हें मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा कि हमें यकीन था कि ईशांत ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार प्रदर्शन करेंगे। युवा खिलाड़ियों को तैयार करना भी सेलेक्शन कमेटी का ही काम होता है। आप युवा खिलाड़ियों को गहरे समंदर में फेंककर उनसे खुद तैरने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। मैं इस तरह की सोच में विश्वास नहीं रखता।
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