हर बच्चा ये चाहता है कि वह भारतीय टीम (Team India) में खेल पाए। कई युवा क्रिकेटर ऐसे भी हैं, जो शानदार प्रदर्शन करके भारतीय टीम में शामिल होने के लिए तैयार हैं। बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि टीम इंडिया की जर्सी पहनने का मौका बहुत कम लोगों को मिलता है। वह भी बहुत कठिन परिश्रम के बाद लेकिन कुछ मैच खेलने के बाद यह खिलाड़ी अपना स्थान गंवा बैठे। आज हम आपको ऐसे ही 11 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने भारतीय टीम के लिए केवल चार पांच टेस्ट मैच खेले और गायब हो गए।
स्टुअर्ट बिन्नी
स्टुअर्ट बिन्नी का नाम इस लिस्ट में आता है, जिन्होंने भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया। लेकिन भारत के लिए केवल छह टेस्ट मैच ही खेले। इस दौरान उनके बल्ले से एक हाफ सेंचुरी निकली। 6 टेस्ट मैचों में उन्होंने 194 रन बनाए और 3 विकेट प्राप्त किए। जिसके साथ ही फर्स्ट क्लास के 95 मैचों में उन्होंने 4796 रन बनाने के साथ-साथ 148 विकेट लिए। लेकिन चयनकर्ताओं ने इन पर नजर नहीं डाली।
पंकज सिंह
राजस्थान के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज पंकज सिंह का नाम आया, जिन्होंने दो टेस्ट मैच भारत के लिए खेले इन दो टेस्ट मैचों में उन्होंने 2 विकेट हासिल हुए। लेकिन वह कभी भी भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाए। फिलहाल घरेलू क्रिकेट में उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन किया। फर्स्ट क्लास के 17 मुकाबलों में उन्होंने 472 विकेट हासिल की। बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी दूर ही रहना पड़ा।
अभिनव मुकुंद
अभिनव मुकुंद का नाम भी इसमें हैं, जिन्होंने भारत के लिए केवल सात टेस्ट मैच खेले और दो अर्धशतक जड़े, तो वही फर्स्ट क्लास में 145 मैच उन्होंने खेले। इस दौरान उनके बल्ले से 31 शतक और 37 अर्धशतक भी निकले। फर्स्ट क्लास में उन्होंने 10000 से भी अधिक रन हासिल किए। लेकिन इसके बाद भी उन्हें भारतीय टीमें मौके नहीं मिले।
अमित मिश्रा
अमित मिश्रा का नाम इस लिस्ट में आता है, जिन्होंने साल 2008-09 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया था। अमित ने 12 साल के लंबे करियर में उन्होंने केवल 22 टेस्ट मैच में ही खेलने का मौका मिला। उन्होंने 75 विकेट भी लिए । फर्स्ट क्लास में उन्होंने कुल 52 मैच खेले दौरान 533 विकेट उन्होंने हासिल किए। लिस्ट ए में अमित ने 252 विकेट लिए । इतने शानदार प्रदर्शन के बाद भी उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिली।
कर्ण शर्मा
कर्ण शर्मा, जिन्होंने आईपीएल के माध्यम से अपनी पहचान बनाना शुरू किया था। आईपीएल में उनके प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए कर्ण शर्मा को भारतीय टीम में अवसर मिला, लेकिन केवल एक टेस्ट मैच खेलने के बाद ही उन्हें भारतीय टीम से निकाल दिया गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खिलाड़ी ने चार विकेट लिए जिसके साथ घरेलू क्रिकेट में इस खिलाड़ी ने बढ़िया प्रदर्शन किया। 70 फर्स्ट क्लास मैच में उनके नाम में से 99 विकेट है। लेकिन बीसीसीआई आज उनको पूछती नहीं है।
वरुण आरोन
गेंदबाज वरुण आरोन , जिन्होंने भारत टीम के लिए कुछ सालों तक गेंदबाजी की। लेकिन अब उनका भविष्य गुमनामी में है। भारत के लिए उन्हें केवल 9 टेस्ट मैच खेलने का अवसर मिला और इस दौरान उन्होंने कुल 18 विकेट लिए फर्स्ट क्लास के 3 मैचों में उनके नाम 167 विकेट दर्ज हैं। फिलहाल इतने अच्छे प्रदर्शन के बाद उनको बाहर रखा गया।
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