भारतीय क्रिकेट टीम (indian cricket team) के दिग्गज क्रिकेटर ने महज 35 साल की उम्र में सोशल मीडिया के जरिए संन्यास का ऐलान किया है. साल 2002 में टीम इंडिया में डेब्यू और टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के विकेटकीपर पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने 18 साल के क्रिकेटर करियर से संन्यास ले लिया है. जिससे फैंस को तगड़ा झटका लगा है. पार्थिव ने संन्यास के ऐलान के साथ बताया कि वह सभी प्रारुपों से संन्यास ले रहे हैं. पार्थिव भारत के लिए 25 टेस्ट, 38 वनडे और दो टी20 इंटरनेशनल खेल चुके हैं. वहीं घरेलू क्रिकेट उन्होंने गुजरात के लिए खेला है जिसमें 194 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं. पार्थिव ने संन्यास का ऐलान करते हुए बीसीसाई और अपनी आईपीएल टीम का भी धन्यवाद किया है. इसके अलावा दादा यानि सौरव गांगुली (sourav ganguly) के लिए खास संदेश लिखा है.
17 की उम्र में डेब्यू
पार्थिव पटेल एक ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने महज 17 साल और 153 दिन की उम्र में डेब्यू किया था. पार्थिक के करियर की शुरुआत काफी शानदार रही थी. पार्थिव ने टीम इंडिया में अपनी जगह बनाने के लिए खूब मेहनत की और घरेलू सर्किट में लगातार अच्छे प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीतते गए. पार्थिव ने टेस्ट क्रिकेट में 31.13 की औसत से 934 रन बनाए हैं. वहीं, वनडे में 23.7 औसत से 736 रन बनाए हैं. जबकि विकेटकीपर के तौर पर टेस्ट में 62 कैच लपके और 10 स्टम्पिंग की. आईपीएल 2015 में पार्थिव ने 339 रन बनाए और मुंबई इंडियंस के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में चौथे पायदान पर पहुंचे. साल 2020 में आईपीएल का खिताब मुंबई इंडियंस ने ही जीता था और साल के अंत में पार्थिव ने लिस्ट-ए का पहला शतक जड़ते हुए गुजरात को विजय हजारे ट्रॉफी के खिताब तक पहुंचाने में कामयाब रहे.
दादा के लिए खास संदेश
पार्थिव पटेल टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (jasprit bumrah) के पहले कप्तान रह चुके हैं और अब जब उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास का ऐलान किया तो दादा के लिए खास संदेश भी दिया. ट्विटर पर पार्थिव ने लिखा- ”मैं आज क्रिकेट के सभी प्रारूपों से विदा ले रहा हूं. भारी मन से अपने 18 साल के क्रिकेट के सफर का समापन कर रहा हूं.” इसके आगे पार्थिव ने लिखा ”मुझे सुकून है कि मैंने पूरी गरिमा, खेल भावना के साथ क्रिकेट खेला और जितने सपने देखे उससे ज्यादा सपने पूरे किए. मैं आशा करता हूं कि मुझे याद रखा जाएगा”. पोस्ट में पार्थिव ने दादा को खासतौर पर धन्यवाद दिया क्योंकि दादा ही पार्थिव के पहले कप्तान रहे हैं. बतौर पार्थिव ”मैं खास तौर पर दादा का ऋणी हूं, मेरे पहले कप्तान, जिन्होंने मुझ पर काफी विश्वास जताया.”
किस वजह से लिया संन्यास
अपने संन्यास के बारे में पार्थिव पटेल ने पोस्ट के जरिए ही बताया कि वह परिवार के लिए क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं. उनका कहना है वह एक क्रिकेटर के तौर पर अपनी जिंदगी बहुत अच्छे से जी चुके हैं और सबने उनका साथ दिया है. लेकिन अब वह पिता तौर पर अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करना चाहते हैं. कम उम्र में खेलने का मौका देने के लिए पार्थिव ने बीसीसीई को धन्यवाद दिया.
— parthiv patel (@parthiv9) December 9, 2020
2016 में आखिरी इंटरनेशनल मैच
2002 में क्रिकेट डेब्यू करने वाले पार्थिव पटेल ने फरवरी 2016 में आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था. उस वक्त उन्होंने एमएस धोनी (MS Dhoni) की चोट के कारण स्टैंडबाय के तौर पर खेलने का मौका मिला था. इसके बाद 2016-17 में रणजी ट्रॉफी खिताब खत्म होने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में ऋद्धिमान साहा के चोटिल होने पर टीम में शामिल किया था. वहीं 2020 आईपीएल में पार्थिव रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (royal challengers bangalore) की टीम में थे लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला और 9 दिसंबर 2020 को पार्थिव पटेल ने अपने फैंस को झटका देते हुए क्रिकेट से संन्यास ले लिया.
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