Sunday, June 4, 2023

कोेहली को BCCI ने दिया था 48 घंटे का समय, फिर ऐसे हटा दिया कप्तानी से, रोहित को सौंप दी कमान

बीसीसीआई और चयन समिति उन्हें सम्मानजनक विदाई देना चाहती थी। जब विराट कोहली ने कोई जवाब नहीं दिया तो उन्हें एकदिवसीय कप्तानी से हटाना पड़ा।

Must read

- Advertisement -

नई दिल्ली। क्रिकेट मैदान में जितना खेला जाता है उतना ही उसकी रणनीति बनाई जाती है। यह खेलनीति टीम मैनेजमेंट बनाता है। टी-20 वर्ल्ड कप में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट टीम में काफी बड़े बदलाव किए गए हैं। विराट कोहली ने खुद ही टी-20 फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ दी थी। अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने विराट कोहली से एकदिवसयी टीम की कप्तानी भी छीन ली है। विराट कोहली कप्तानी छोड़ने को तैयार नहीं थे। बताया जा रहा है कि बीसीसीआई ने कोहली को कप्तानी छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय भी दिया था।

- Advertisement -

virat kohli rohit

कोहली को दिया था 48 घंटे का समय

कोहली ने पहले ही टी-20 से कप्तानी छोड़ दी थी। ऐसे में बीसीसीआई ने उन्हें वनडे की कप्तानी से भी इस्तीफा देने के लिए 48 घंटे का समय दिया था। बोर्ड चाहता था कि विराट कोहली सम्मानजनक तरीके से कप्तानी छोड़ें। बीसीसीआई की चयन समिति ने इस तय समय तक कोहली के रिस्पॉन्स का इंतजार किया। कोहली का कोई जवाब नहीं आने पर 49वें घंटे में खुद ही फैसला लिया और रोहित शर्मा को टी-20 के साथ वनडे टीम की कप्तानी भी सौंप दी।

अगले विश्व कप में कप्तानी करना चाहते थे कोहली

बोर्ड ने यह फैसला 2023 में भारत की मेजबानी में ही होने वाले वनडे वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए लिया है। कोहली 2023 वर्ल्ड कप तक कप्तान बने रहना चाहते थे लेकिन चयन समिति उन पर विश्वास नहीं किया। कमेटी ने तभी यह फैसला कर लिया था, जब टीम इंडिया टी-20 वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी।

सम्मानजनक विदाई देना चाहता था बीसीसीआई

कोहली करीब 5 साल से टीम की कमान संभाल रहे हैं। बीसीसीआई और चयन समिति उन्हें सम्मानजनक विदाई देना चाहती थी। जब विराट कोहली ने कोई जवाब नहीं दिया तो उन्हें एकदिवसीय कप्तानी से हटाना पड़ा। कोहली को बर्खास्त कर दिया। कोहली हमेशा से ही पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के उलट आक्रामक तेवर के लिए जाने जाते हैं।

टी-20 वर्ल्ड कप से बाहर होते ही …

जिस समय भारत टी-20 विश्व कप के ग्रुप चरण से बाहर हुआ, कोहली को कप्तानी से हटाया जाना तय हो गया था। बीसीसीआई अधिकारी पिछले साढ़े चार वर्षों से टीम के कप्तान को सम्मानजनक रास्ता देना चाहते थे। कोहली बीसीसीआई के इस बात को नजरअंदाज कर रहे थे। माना जा रहा है कि कोहली ने बीसीसीआई से कहा कि उन्हें बर्खास्त करके दिखाओ और खेल की शीर्ष संस्था ने आगे बढ़कर ऐसा ही किया और फिर उनके सामने इसे स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।

धोनी ने अपने नेतृत्व में कोहली को तैयार किया

कोहली की कप्तानी का दौर खुद में एक शानदार रहा है। महेंद्र सिंह धोनी ने अपने नेतृत्व में कोहली को तैयार किया और फिर जब उन्हें लगा कि समय आ गया तो उन्होंने सफेद गेंद की जिम्मेदारी उन्हें सौंप दी। कोहली के लिए महेन्द्र सिंह धोनी ने रास्ता खोल दिया। अगले दो वर्षों में कोहली टीम के ताकतवर कप्तान बन गए जो अपने हिसाब से चीजें करने में आगे रहते थे। फिर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई प्रशासकों की समिति थी, जिन्होंने उनकी हर मांग (कुछ सही और कुछ गलत) को पूरा किया। पारंपरिक प्रशासकों की वापसी हुई जिसमें बहुत ताकतवर सचिव और अध्यक्ष थे, जो खुद ही सफल कप्तानी के बारे में जानकारी रखते थे। अंत में सफेद गेंद के दोनों प्रारूपों के लिए दो अलग-अलग कप्तानों की कोई जगह नहीं रही।

यह भी पढ़ेंः-TEAM INDIA के सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं विराट कोहली, इरफान ने रैंकिंग और औसत से कही ये बात

- Advertisement -

More articles

Latest article