Mahashivratri 2023 kab hai: बहुत जल्द महाशिवरात्रि का पर्व आने वाला है. इस साल महाशिवरात्रि 18 फरवरी 2022 को पड़ रही है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ. यह दिन शिव और पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए बहुत खास है. महाशिवरात्रि का व्रत रखना इस दिन बहुत शुभ माना जाता है और यह बहुत लाभ भी देता है. इसी के साथ ही मां शिवरात्रि के दिन कुछ काम करने की मनाही होती हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है. इस दिन कुछ गलतियां ना करें, वर्ना भगवान शिव नाराज हो जाते हैं.
महाशिवरात्रि का शुभ मुहुर्त
हिंदू पंचांग के हिसाब से महाशिवरात्रि का व्रत फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. महाशिवरात्रि इस साल 18 फरवरी की रात 8:03 से शुरू होगी और 19 फरवरी की शाम 4:18 पर समाप्त होगी क्योंकि महाशिवरात्रि की पूजा का महत्व निशिता काल में होता है. इसलिए यह त्यौहार 18 फरवरी को ही होगा. शुभ मुहूर्त 18 फरवरी की शाम 6:41 से रात को 9:45 तक है दूसरे पहर की पूजा मुहूर्त रात 9:47 से रात 12:53 तक है. तीसरा मुहूर्त 19 फरवरी की रात को 12:53 से सुबह 3:58 तक होगा और चौथे पहर का मुहूर्त 19 फरवरी की सुबह 3:58 से दोपहर को 2:41 तक होगा.
महाशिवरात्रि पर न करें ये काम
- महाशिवरात्रि के दिन काले रंग के कपड़े ना पहने. ऐसा करने से भगवान नाराज होते हैं. सफेद, पीले या लाल रंग के कपड़े धारण करें.
- भगवान शिव का पंचामृत फल धतूरा बेलपत्र मिठाइयां इत्यादि अर्पित की जाती है, जो भी चीजें शिवलिंग पर अर्पित की जाती हैं. उनका प्रसाद कभी ग्रहण नहीं करना चाहिए ऐसा करने के जीवन में दुर्भाग्य आता है और बहुत की बीमारियां भी आती है.
- कभी भी भगवान शिव को तुलसी नहीं चलानी चाहिए. इसी के साथ ही शिवलिंग का अभिषेक हमेशा कच्चे दूध से करें और इसके लिए सोना, चांदी, तांबा, पीतल या कांसा आदि धातु के बर्तन का प्रयोग करें. प्लास्टिक स्टील के पात्र में कभी जल ना चढ़ाएं.
- इस दिन व्रत रखे और केवल फलाहार करें. जो व्रत ना करें तो भी इस दिन गलती से तामसिक भोजन का प्रयोग ना करें, ना ही नशा करें. वर्ना शिवजी का त्रिनेत्र खुल जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. upvartanews इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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