अक्सर आपने लोगों को ये कहते सुना होगा कि हार्ट अटैक का खतरा महिलाओं से ज्यादा मर्दों को होता है. लेकिन जब महिलाओं को पीरियड्स बंद हो जाते हैं. तब महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा और भी ज्याद बढ़ जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं को स्तन कैंसर के तुलना में मीनोपॉस के बाद दिल के दौरे से कारण मौत होती है. हालांकि अब ये परेशानी महिलाओं में आम हो गई है. और मीनोपॉस से पहले भी महिलाओं में हार्ट अटैक की बीमारी का खतरा आम हो चुका है. और आज हम आपको उन्हीं कारणों के बारे में बताएंगे जिस वजह से महिलाओं में ये बीमारी आम हो चुकी है.
महिलाओं में बढ़ता हार्ट अटैक का खतरा
1.नींद
पूरी नींद न लेने से महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. क्योंकि पूरी नींद न लेने से आर्टरी ब्लॉक हो जाती है. और दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाता है.
2.वजन
महिलाओं में वजन बढ़ना एक आम समस्या है. और ये आम समस्या ही महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाती है. इसलिए स्वस्थ रहने के लिए अपने वजन को कंट्रोल में रखना जरूरी होता है.
3.एक्सरसाइज
दिल के रोगों से बचे रहने के लिए हल्की-फुल्की एक्सरसाइज हर रोज करनी चाहिए. क्योंकि एक्सरसाइज न करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
4.ब्लड प्रैशर
आमौतर पर महिलाओं में ब्लड प्रैशर की समस्या होती है. इसलिए समय-समय पर चेकअप जरूर कराएं.
5. तनाव
तनाव एक ऐसी परेशानी है. जो युवा महिलाओं में सबसे ज्यादा देखी जाती है. और ज्यादा तनाव लेना हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है. इसलिए जितना हो सके खुद को तनाव से दूर रखने की कोशिश करें. इसके लिए हर रोज 5 से 10 मिनट मेडिटेशन जरूर करें.
6. वर्कआउट
फिट रहने के लिए वर्कआउट करना अच्छी बात है. लेकिन हद से ज्यादा वर्कआउट करना हार्ट को नुकसान पहुंचाता है.
7. सिगरेट या शराब
जो महिलाएं सिगरेट या शराब पीती हैं. उनके हार्ट में ब्लड पहुंचाने वाली नब्ज ब्लॉक हो जाती है, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाती है. ये भी पढ़ेंः- एक चम्मच दही के फायदे बेमिसाल हैं..हाई ब्लड प्रेशर के साथ कई बीमारियों का अचूक इलाज