आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बाते कई महीनों से चल रही है। इस मामले पर आप पार्टी ने ये साफ कर दिया है कि वो स्पष्ट रूप से उजागर कर दिया है कि वो बीजेपी को हराने के लिए कंग्रेस के साथ तैयार खड़ी है। लेकिन इस पर कांग्रेस ने अपना रुख साफ नहीं किया है।
बता दें कि हाल ही में यूपीए की चेयरपर्सन और दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बीच मीटिंग हुई थी। जिसमें ये तय किया गया कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। सोनिया गांधी और शीला दीक्षित की मीटिंग करीब 40 मिनट तक चली थी। इस मीटिंग में पार्टी को लेकर अहम चर्चा की गई।
वहीं बीते दिनों कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको द्वारा रायशुमारी के लिए जारी किए ऑडियो मैसेज से ये बात और पुख्ता हो गई कि कांग्रेस भी आप से दिल्ली में गठबंधन चाहती है। बताया जा रहा है दोनों पार्टियां गठबंधन चाहती है। पर दिल्ली की तीन सीटों पर बात रही है वहां दोनों पार्टी अपने उम्मीदवरा उतारने के लिए अड़े पड़ी है। जिस कारण ये गठबंधन बीच में ही लटक गया है।
ये है वो सीट जिन सीटों के लिए दोनों पार्टियां अपनी अपनी दावे दारियां कर रही हैं। उनमें पूर्वी दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली है। इन्हीं तीन सीटों पर दोनों पार्टियों का वोटबैंक मानी जाने वाली जनसंख्या बड़ी मात्रा में रहती है।