कई ऐसे लोग होते है जिन्हें अपने काम के साथ खेल- कूद भी पसंद होता है। जिसके चलते लोग अपने प्रोफेशनल लाइफ के साथ- साथ अपनी पसंदिदा गेम में भी अच्छा प्रदर्शन करते है। जिसमें से कई लोगों ने देश का भी रौशन किया है। ऐसा ही काम हवलदार राजू रावत ने भी देश के लिए किया है। जो है तो इंडियन आर्मी की 56 इंजिनियर यूनिट में हवलदार। लेकिन आर्मी में होने के अलावा इन्हें खेलकूद का भी बड़ा शोक है और शोक में मेहनत के साथ राजू रावत ने भारत का नाम रोशन कर दिया।
दरअसल राजू रावत Canoe player है। 2014 में उन्होंने भारत को एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल भी जिताया है। लेकिन 2014 के बाद उनकी लाइफ आसान नहीं रही। साल 2014 में मेडल जितने के बाद 2015 में उन्हें कैंसर हो गया। जिसके बाद उनकी पूरी जिंदगी बदल गई। हालांकि हैरानी की बात तो ये रही कि इतनी परेशानी की बाद भी राजू ने खेलना नहीं छोड़ा।
रावत का कहना है कि साल 2015 में उन्हें कैंसर हो गया। इसके बाद भी वो नेशनल लेवल पर गेम्स में हिस्सा लेते रहे। हालांकि कैंसर का पता चलने पर उन्हें दो वर्षों के लिए गेम छोड़ना पड़ा। जिसके बाद उनका दिल्ली के आर्मी अस्पताल से उनका इलाज हुआ। ठीक हुए और पानी में उतारी डोंगी
रावत बताते हैं कि इस बुरे मौके पर उनके परिवार ने उनका साथ नहीं छोड़ा। यहां तक कि उनके आर्मी वाले दोस्तों ने भी उन्हें हौसला दिया। आखिरकार उन्होंने कैंसर को मात दी। साल 2018 के अंत तक उन्होंने अपनी तैयारी फिर से शुरू कर दी।”,