आज के समय में जब आमिर मां- बाप की बच्चें दुनिया को छोड़ मोक्ष की बात करते है। तो सब सुनकर ही हैरान हो जाते है। लेकिन यहीं हैरानी वाला काम अब गोल्ड मेडलिस्ट एमबीबीएस डॉक्टर हिना हिंगड़ ने किया है। हिना हिंगड़ ने जैन भिक्षु की दीक्षा हासिल की है। जिसके बाद अब हिना का नाम साध्वी विशारदमाला हो गया है।
आपको बता दे कि हिना बड़े गुजरात के अशोक कुमार की सबसे बड़ी बेटी है। 28 साल की हिना पिछले तीन सालों से अहमदाबाद विश्वविद्यालय में प्रक्टीस कर रही थी। लेकिन अब हिना ने पूरे विधि-विधान और जैन परंपरा के अनुसार दीक्षा ग्रहण की है। हिना ने अध्यात्मिक गुरु आचार्य विजय यशोवर्मा सुरेश्वरजी महाराज से दीक्षा ली है। हालांकि हिना के साध्वी बनने के फैसला का सभी घरवालों ने विरोध किया था लेकिन हिना अपने फैसले पर अड़ी रही। इस मामले में हिना का कहना है कि सांसारिक जीवन छोड़कर जैन भिक्षु बन जाना हर किसी के बस की बात नहीं है।
इतनी कम उम्र और पढ़ी-लिखी भिक्षु बनने वाली हिना कोई पहली नहीं हैं। इससे पहले भी कइयों ने संसारिक जीवन त्याग कर संन्यास का रास्ता स्वीकारा है। जून 2017 में गुजरात बोर्ड के 12वीं (कॉमर्स) के टॉपर वर्षील शाह ने जैन धर्म में दीक्षा ली थी। सितंबर 2017 मध्य प्रदेश के एक दंपति ने अपनी 3 साल की बच्ची और 100 करोड़ की संपत्ति को छोड़ जैन धर्म में दीक्षा ले ली। अप्रैल 2018 में सूरत के एक हीरा व्यापारी का 12 वर्षीय बेटा भव्य शाह जैन भिक्षु बन गया। ये भी पढ़ें:-इस दिन करना चाहिए पवित्र नदियों में स्नान, घर में आती है सुख शांति