दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन से कांग्रेस ने इंकार कर दिया है। जिसके बाद से ही यूपीए में शामिल दलों के कई बड़े नेता कांग्रेस पर आप से गठबंधन का दबाव बना रहे हैं। इसी सिलसिले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने शनिवार शाम को तकरीबन आधा घंटे सोनिया गांधी से मुलाकात की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में सोनिया गांधी ने गठबंधन को लेकर शीला दीक्षित का पक्ष जाना लेकिन इस दौरान शीला ने गठबंधन के फैसले पर पुनर्विचार को लेकर कोई सलाह नहीं दी। वही मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने भी मुलाकात पर कुछ कहने से इंकार कर दिया।
बता दे कि सोनिया गांधी भी चाहती है कि दिल्ली में कांग्रेस खुद को मजबूत करे। लेकिन विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि दिल्ली में आप के साथ समझौता होने की सूरत में जनता के बीच अच्छा संदेश जाएगा। इसके बल पर बीजेपी को चुनाव के दौरान रोका जा सकता है।
वही दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का रुख लोकसभा चुनाव के बजाय आठ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए है। गठबंधन को लेकर अपने रुख के बारे में शीला पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पिछले दिनों बुलाई गई बैठक में साफ कर चुकी है। ये भी पढ़े मर जाएंगे लेकिन बीजेपी के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाएंगे- फारूक