कश्मीर के हिंदवाड़ा में सुरक्षा बल के जवान गुरुवार से आतंकियों से लोह ले रहे हैं। आतंकियों से सुरक्षा बलों की मुठभेड़ करीब तीन दिनों से चल रही है। आतंकी एक घर में घुसे हुए है जहां से वो लगातार सुरक्षा बलों पर गोलियां बरसा रहे हैं। इस मुठभेड़ में शुक्रवार को मोदीनगर के पतला निवासी सीआरपीएफ के जवान विमोद कुमार शहीद हो गए। शहीद विनोद 92वी बटालियन में तैनात थे।
शहीद विनोद की शहदत की खबर मिलने के बाद पूरा गांव गमगिन है। शहीद विनोद का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक गांव लाया जाएगा। यहां पलता के जनता इंटर कॉलेज के मैदान में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
कुपवाड़ा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान विनोद कुमार ने आखिरी बार शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे पत्नी नीतू से फोन पर बात की थी। उस वक्त दोनो बच्चों को स्कूल से लेने जा रही नीतू से विनोद ने शाम को बात करने का वादा किया था और कहा कि ‘मैं ऑपरेशन में हूं, बच्चों को ले आओं, शाम को कैंप में पहुंचकर बात करूंगा’।
शहीद विनोद कुमार को श्रद्धांजलि देने लोग पहुंच रहे हैं। 2004 में तैनात हुए सीआरपीएफ के विनोद कुमार के शहीद होने की बात पत्नी से छिपाई रखी लेकिन एकाएक घर में स्थानीय लोगों औऱ जनप्रतिनिधियों, रिश्तेदारों व प्रशासनिक अधिकारियों का तांता लगा रहा। घर में एकाएक लोगों की भीड़ देख बिलखती शहीद की पत्नी नीतू गुहार लगाती रही है कि कोई उनकी विनोद से फोन पर बात करा दे। सभी लोग परिवार और उनकी पत्नी को संवेदना दे रहे हैं।
उधर अंतिम विदाई में बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना को देखते हुए पुलिस व प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी हैं। एसडीएम डीपी सिंह का कहना है कि शहीद का पार्थिव शरीर पालम एयरपोर्ट से गांव लाया जाएगा।