पुलवामा में हुए आतंकी हमले को भले ही 20 दिन गुजर चुके हैं. लेकिन अब भी शहीद हुए जवानों के घर जो जख्म हैं वो अब भी उस हमले से जुड़ी सारी बातों और पाक के खिलाफ गुस्से को फिर से ताजा कर देती है. हमले में शहीद हुआ भागलपुर जिले का जवान लाल रतन कुमार ठाकुर के घर जब शहादत की खबर पहुंची को सिर्फ घर ही नहीं बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई. और शहीद की पत्नी राजनंदिनी रोते-रोते बस एक ही बात कह रही थी कि अब पाक के आतंकियों से बदला लेना ही होगा. और अगर सरकार उनसे बदला नहीं ले सकती तो मेरी कोख में पल रहा बच्चा अपने पिता की शहादत का बदला लेगा.
शहीद रतन का एक चार साल का बेटा भी है. और वो इतना छोटा है कि उसे ये नहीं मालूम की उसके सिर से पिता का साया उठ चुका है. जब बच्चे से पिता के बारे में पूछा गया तो वो बोला मेरे पापा ड्यूटी पर गए हैं. मेरी फोन पर पापा से बात हुई थी. और उन्होंने मुझसे कहा था कि सबसे आप करके बात करू. पापा ने मुझे बहुत सारे खिलौने भी दिए हैं.
वहीं शहीद जवान के पिता का अपने बेटे की शहादत पर कहना है कि जब हमें बेटे की शहादत की खबर मिली तो हमें यकीन नहीं हुआ. पर जब कंट्रोल रूम से फोन आया तो ऐसा लगा मानो हमारी दुनिया से रोशनी चली गई हो. और सिर्फ अंधकार रह गया हो. शहीद के पिता ने पीएम मोदी को लेकर संदेश दिया कि वो इस हमले का बदला आतंकियों से जरूर लें. फिर चाहें उसमें 40 हजार सैनिक शहीद हो जाएं. पर आतंकियों के साथ-साथ उन लोगों का भी खात्मा करें जो जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकियों को शरण देते हैं. ये भी पढ़ेंः- भारत ने पाकिस्तान को सौंपे पुलवामा हमले के सबूत, अब मसूद अजहर का क्या होगा?