पुलवामा अटैक के बाद देश के कोने-कोने से लोगों ने अपने सामर्थ्य अनुसार शहीद परिवारों की आर्थिक मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए, लेकिन इस बीच एक ऐसी महिला भी हैं जिन्होंने अपने जीवन की पूरी जमा पूंजी को शहीदों के परिवारों को दे दिया. इस महिला ने ये पूंजी जिंदगी भर भीख मांगकर जमा की थी. दरअसल, अजमेर के बजरंग गढ़ स्थित माता मंदिर पर पिछले 7 सालों से देवकी शर्मा नाम की महिला भीख मांगती थी और इसी से अपना गुजर-बसर किया करती थी. अपनी मृत्यु से पहले इस महिला ने लोगों द्वारा दी गई भीख से 6 लाख 61 हजार 600 रुपये जमा किए थे. ये पैसा बजरंगगढ़ चौराहा स्थिक बैंक ऑफ बड़ौदा के उनके अकाउंट में जमा थे.
मरने से पहले कह दी थी ये बात
देवकी शर्मा ने मरने से पहले जय अम्बे माता मदिर से ये कहा था कि उनकी मौत के बाद इस पैसे को किसी नेक काम में खर्च किया जाए और अब इस वक्त इस राशि को शहीदों के परिवारों को देकर नेक काम में इस्तेमाल किया गया है. मंदिर ट्रस्टी संदीप के अनुसार, देवकी शर्मा की अंतिम इच्छा को अब पूरा करते हुए इस राशि को अजमेर कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा को एक बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से सौंपी गई. इस राशि को मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए समर्पित किया गया है. राजस्थान के जो जवान पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए हैं उनके परिवारों को ये राशि दी जाएगी.
किसी ने सही कहा है कि देने की नीयत होनी चाहिए. बेशक आपके पास पैसा हो या फिर नहीं. इसी कहावत को इस महिला ने आज सच कर दिया है. गौरतलब, है कि शहीदों के परिवारों के लिए लाखों हाथ उठे हैं, जिनमें से एक हाथ स्वर्गीय देवकी शर्मा का भी है. ये भी पढ़ें: सीएम योगी- अमित शाह की रातभर चली बैठक, यूपी-हरियाणा से कट सकता है कई सांसदों का टिकट