लोकसभा चुनाव होने में अब वक्त काफी कम बचा हुआ है और तारीखों का ऐलान किसी भी वक्ता हो सकता है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां इस सबसे बड़ी चुनावी जंग को जितने के लिए नए-नए पैंतरें आजमा रही है. वहीं इन सबके बीच एक ऐसी खबर आ रही है जिसका असर सीधे-सीधे महागठबंधन पर पड़ता हुआ नजर आ सकता है. दरअसल, मिली जानकारी के मुताबिक, प्रियंका गांधी वाड्रा की सलाह पर वेस्टर्न यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्या सिंधिया ने आरएलडी नेता जयंत चौधरी से 2 बार मुलाकात की है. यही नहीं इस मुलाकात में कांग्रेस ने जयंत चौधरी को उत्तर प्रदेश में 10 और राजस्थान में 1 सीट देने का भारोसा भी दिया है. ऐसे में इस मुलाकात के बाद अब चार्चाओं का बाजार इस बात को लेकर गर्म है कि क्या उत्तर प्रदेश में महागठबंधन में टूट पड़ सकती है?
क्या होगा महागठबंधन का?
एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान जयंत चौधरी ने कहा ‘हां हमारी मुलाकात हुई है. मुलाकतें तो होती रहती हैं. सपा-बसपा गठबंधन से भी हमारी बात चल रही है. गठबंधन में रहने या कांग्रेस के साथ जाने वाले सवाल पर जयंत ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कह सकते. गठबंधन में सीटों को लेकर बात जारी है.’ वहीं कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए महान दल से गठबंधन किया, जिसके बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं केशव देव मौर्य का स्वागत करती हूं. वहीं दूसरी तरफ आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे कह चुके हैं कि ‘गठबंधन की सीटें तय हो गई हैं. हमारी अभी वार्ता चल रही है. सीट का कोई मुद्दा नहीं है, सीटें निकल आएंगी. हमारा मुख्य उद्देश्य बीजेपी को हराना है, जिसके लिए सबको साथ आना है. समर्पण भी है, त्याग भी है. मगर सम्मानजनक होना चाहिेए.’
गौरतलब, है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपी के संसदीय क्षेत्रों (सीटों) को पूर्वी और पश्चिमी भागों में बांटकर प्रियंका को 41 और ज्योतिरादित्य सिंधिया को 39 संसदीय क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी. वहीं इन सबके बीच ये सवाल खड़ा हो गया है कि क्या महागठबंधन टूटेगा? ये भी पढ़ें: देहरादून से 190 कश्मीरी छात्रों को वापस भेजा छात्रों ने कहा नेता जबरदस्ती कर रहे हैं