2019 चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को अब कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ सकते है। दरअसल कानून का उल्लंघन करन के मुकदमें में नितिन गडकरी अभी तक कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। जिसके चलते अब स्पेशल कोर्ट एमपीएमएलए ने नितिन गडकरी और भदोही के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया है।
कोर्ट की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी। इस दौरान स्पेशल कोर्ट के जज पवन कुमार ने दोनो ही नेताओं को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। आपको बता दें कि इससे पहले कोर्ट ने 18 दिसंबर 2018 को सुनवाई की थी। इस दौरान भी नितिन गडकरी और सांसद वीरेंद्र सिंह पेश नही हुए थे। जिसके चलते 8 मार्च की तारीख दी गई थी।
आपको बता दें कि मामला 2014 के लोकसभा चुनाव से जुड़ा है। संत रविदास नगर के सुरियावां थाने में फ्लाइंग स्क्वायड मजिस्ट्रेट अजय विक्रम ने 28 अप्रैल 2014 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस दौरान आरोप लगाया गया कि भाजपा प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह मस्त की चुनावी सभा ग्राम अमोली में चल रही थी। नितिन गडकरी इसमें देरी से पहुंचे। सभा की अनुमति का समय पूरा होने के बाद भी भाषणबाजी जारी रही। मना किए जाने के बाद भी आयोजक नहीं माने। पुलिस ने विवेचना के बाद आरोप पत्र दाखिल किया। विशेष कोर्ट ने पत्रावली का अवलोकन किया तो अपने निष्कर्ष में पाया कि आरोप पत्र आठ जनवरी 2015 को दाखिल हुआ किन्तु अभियुक्तगण कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए नितिन गडकरी और वीरेंद्र सिंह मस्त के खिलाफ वारंट जारी किया गया। ये भी पढ़ें:- लखनऊ: गोमती नदी में उतरेगा सी-प्लेन, चलेंगी स्काई बस…गडकरी ने दी हरी झंडी