राजनीति में संवाद अब बहुत महत्वपूर्ण होता है। ये बात साफ है कि अगर नेता की संवाद शैली अच्छी है। तो नेता जनता के दिलों में राज करता है और अगर किसी नेता को संवाद शैली जनता के मन को न छुए। तो जनता भी उसको न पसंद कर देती है। आज इसी दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छाप हैं। पीएम मोदी की भाषण शैली का आज हर कोई मुरीद है। हर कोई आज उन्हें सुनना चाहता है। जो पीएम मोदी के ब्रांड पर चार चांद लगाने का काम करता है।
नरेंद्र मोदी को संवाद शैली ने उन्हें जनता को बीच में अलग पहचान दिलाने का सबसे बड़ा कारण है। क्योकि बोलते तो हर नेता है। फिर चाहे हम इसमें लालू प्रसाद यादव की बात करे या फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की। लेकिन रियल और रील में जो फर्क दिखता है। आज यही फर्क पीएम मोदी और इन नेताओं में दिखता है। हालांकि राहुल गांधी ने मेहनत कर बोलने की कोशिश की। लेकिन फिर भी वो करिश्मा राहुल गांधी जनता के बीच नहीं कर पाए। जो आज पीएम मोदी का है।
दिलचस्प बात तो ये है कि पीएम मोदी की भाषण शैली उनकी बॉडी से झलकती है। पीएम मोदी जैसे बोलते है वैसे ही उनकी बॉडी लैंग्वेज होती है। असर पीएम मोदी विरोधियो पर निशाना साधते है तो अंदाज में उनका आक्रामक नजर आता है। वही राष्ट्रवाद के नाम पर दुश्मनों को धूल चटाने में भी पीएम मोदी कभी पीछे नहीं रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र ने लंदन मे भाषण के दौरान कहा था कि ये मोदी का बदला लेना जानता है। जो उनकी बॉडी लैंग्वेज पर पूरी तरह सटीक बैठती है। जिससे आज जनता भी प्रभावित है।
वही हैरानी की बात तो नमो नमो की गूंज में भी है। प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी जहां भी जाते है। वहा पीएम मोदी के नाम की गूंज सुनाई देती है। फिर चाहे देश हो या विदेश । हर जगह नमो नमो की गूंज सुनी जाती है। जो पीएम मोदी की छवि और मोदी लहर को फिर से साबित करता है।
पीएम मोदी की यही छवि विरोधियों को भी गले लगने के लिए मजबूर कर देती है। संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी से जाकर गले लगे थे। जिसके तस्वीरे भी काफी वायरल हुई थी। हालांकि इस दौरान राहुल गांधी से गले मिलने के लिए पीएम मोदी खड़े नहीं हुए थे। जिसे देखकर राहुल गांधी बैठे पीएम मोदी से गले लगने लगे। वही राहुल गांधी के जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी को आंख मारते है। वही इस दौरान पीएम मोदी अपने भाषण में राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहते है कि राहुल गांधी को अभी से मुझे हटाने के लिए मेहनत नहीं करनी चाहिए।