शुक्रवार को गाजियाबाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम का नीवं रखी. आने वाले साल 2024 में मेरठ से दिल्ली आने का सफर महज़ 55 मिनट में पूरा हो जाएगा. मेरठ और दिल्ली की दूरी को कम से कम समय में तय किया जाए ये सपना पूरा होने की ओर जा रहा है. बता दें कि इसके पहले कॉरिडोर दिल्ली-मेरठ पर पहले चरण में आगमी दो महीने में काम की शुरूआत की जाएगी.
चौधरी चरण सिंह विवि के सभागार में शिलान्यास प्रोग्राम को लाइव किया गया। इस प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी उपस्थित रहे. मुख्य अतिथियों ने प्रधानमंत्री के भाषण से पहले कहा कि देश में मोदी जी के अगुवाई में तेजी से हो रहा विकास। इस प्रोजेक्ट का काम भी तय समय में पूरा होगा। वहीं, दूसरी ओर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि नोएडा से मेरठ आने में तीन घंटे का समय लग जाता हैं।
लेकिन, इन प्रोजेक्ट के पूरे होने के बाद आम आदमी के जीवन में बदलाव आ जाएगा। इसके अलावा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि 1985 में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड बना था, लेकिन कोई कार्य नहीं हो सका था। मोदी सरकार आने के बाद इस पर तेजी से काम हुआ है।दिल्ली से मेरठ के 82 किमी के सफर के लिए नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ने काम को गति देनी शुरू कर दी है. एनसीआरटीसी शिलान्यास से पहले टेंडर प्रक्रिया शुरू कर चुकी है।
एमडी विनय कुमार ने बताया कि पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई तक का काम अगले दो माह में शुरू हो जाएगा। इस कार्य को 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। मेरठ तक साल 2024 में कार्य पूरा होगा। प्रोजेक्ट में 5-10 किमी की दूरी पर स्टेशन बनाए जाएंगे। कोहरे और बारिश में भी इसका संचालन बाधित नहीं होगा।
मेरठवासियों को रैपिड के ट्रैक पर ही मेट्रो का तोहफा मिलेगा। इसका ट्रैक मेरठ साउथ से शुरू होकर मोदीपुरम तक जाएगा। इसके बीच में 12 स्टेशन तय किए गए हैं। इसमें मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नार्थ, मोदीपुरम शामिल हैं। ये भी पढ़ें:टीम इंडिया ने पहनी भारतीय सेना की कैप, पाकिस्तान ने की कार्रवाई की मांग