लड़कियों आज के समय में किसी पुरुष से कम नहीं हैं. और वो हर क्षेत्र में खुद को बेहतर बनाए हुए हैं. इस बात पर खरी उतरी हैं इंदौर की एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र जो अपनी दो साल की बच्ची को गोद में लिए आधी रात को ही थानों का निरीक्षण करने के लिए निकल पड़ीं. एसएसपी अपनी ड्यूटी के साथ अपनी दो साल की बच्ची को गोद में महफूज रख अपना काम कर रही थी.
एसएसपी का ये कार्य वाकई तारीफ काबिल है. तो एक तरफ ये भी सवाल खड़ा करता है. कि एक एसएसपी अपनी छोटी सी बच्ची को घर पर अकेला नहीं छोड़ सकती. क्योंकि लड़कियां सिर्फ बड़ी ही नहीं बल्कि छोटी भी गलत चीजों का शिकार होती हैं. और इसी डर से या चिंता के भाव से एसएसपी ने अपनी ड्यूटी के साथ अपने मां होने का भी फर्ज पूरा किया.
एसएसपी निरीक्षण के दौरान इंदौर से 20 किलोमीटर दूर थाने खुडैल गई. और वहां आधे घंटे रुककर पूरे स्टाफ की जानकारी और रिकॉर्ड चेक किया. वहां उन्होंने स्टाफ की परेशानियों को भई सुना. और पुलिस स्टाफ को आदेश भी दिया कि उनके द्वारा की गई कार्रवाई से किसी व्यक्ति को कोई परेशानी ना हो. साथ ही उन्होंने बिना नंबर प्लेट वाले वाहन चालकों के साथ सख्ती बरतने का भी आदेश दिया. ये भी पढ़ेंः- पहली ही रेस में बीजेपी से पिछड़ी कांग्रेस, मोदी के मास्टर स्ट्रोक से राहुल चारों खाने चित