दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कांग्रेस से गठबंधन करने के लिए बहुत बेचैन नजर आ रहे हैं. पर आप के साथ कांग्रेस लोकसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है. बता दें, दिल्ली के सीएम बुधवार की रात चांदनी चौक में एक सभा में सम्मिलित हुए थे. जहां वो बोले कि दिल्ली में बीजेपी के हर उम्मीदवार के खिलाफ सिर्फ एक उम्मीदवार होना चाहिए. लेकिन वोटों का बंटवारा नहीं होना चाहिए. कांग्रेस से गठबंधन को लेकर केजरीवाल बोले कि अगर हमारा गठबंधन होता है. तो दिल्ली की सारी सात सीटें बीजेपी हार जाएगी. हम कांग्रेस को गठबंधन के लिए मना रहे हैं. लेकिन हमारी सारी कोशिशों पर कांग्रेस इनकार कर रही है. केजरीवाल ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता आखिर उनके मन में क्या है. यूपी में सपा-बसपा को कांग्रेस ने बांटा. उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस अन्य पार्टियों को कमजोर बना रही है. और अब आप दिल्ली की सारी लोकसभा सीटों पर चुनाव अकेले लड़ेगी.
दिल्ली के सीएम ने मोदी और अमित शाह की जोड़ी पर निशाना साधते हुए कहा कि, इनकी जोड़ी ने देश को हिंदू और मुस्लिम में बांट दिया है. पिछले 70 सालों से पाकिस्तान देश को बांटने का काम कर रहा है. लेकिन अब पाकिस्तान की कोशिशों को मोदी सरकार पूरा कर रही है. केजरीवाल ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए ये भी कह दिया कि, जो देशभक्त है उसका सिर्फ एक ही उसूल होना चाहिए कि मोदी को हटाना है.
केजरीवाल ने बीजेपी के वोट के सर्वों का हवाला देते हुए कहा कि, बीजेपी के अब वोट घट रहे हैं. इसलिए दिल्ली में आप पार्टी के लोगों को ही वोट देना. चांदनी चौक में सभा के दौरान अलका लांबा के अनुपस्थित रहने से वो भी चर्चा का विषय बनी. लेकिन अलका लांबा ने कहा कि उन्हें आम आदमी पार्टी की ओर से इस प्रकार की कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी. कुछ पार्टी नेताओं का ये भी कहना है कि बुधवार को लांबा की मां का निधन होने के कारण वो सभा में नहीं आई. ये भी पढ़ेंः- यूपी: कूड़े के ढेर में मिली एक दिन की मासूम बच्ची, इस दंपती ने लिया गोद