रविवार देर शाम गोवा के मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया। लंबे समय से सीएम पर्रिकर कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। जिसके चलते उनका इलाज मुंबई के लीलावती अस्पताल में भी चला। इस दौरान उनका इलाज अस्पताल के सर्जिकल ऑन्कॉलजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. पी जगन्नाथ ने किया। डॉ. पी जगन्नाथ ने उनके निधन पर बेहद दुख जताया।
इस दौरान डॉ. पी जगन्नाथ ने उन्हें याद करते हुए कई बातें कही। उन्होंने 15 फरवरी 2018 को याद करते हुए कहा कि एक वीवीआईपी को गोवा से लीलावती अस्पताल लाया गया था। उन्हें पेट में दर्द था और अग्नाशय संबंधी किसी समस्या का शक है। वीवीआपी होने के चलते अस्पताल ने तैयारी पूरी कर ली थी। मुस्कुराता हुआ एक व्यक्ति हॉस्पिटल में दाखिल हुआ। वह मनोहर पर्रिकर थे।’
डॉ. पी जगन्नाथ बताते हैं कि वह बिल्कुल तरोताजा व्यक्ति थे। कोई भी नही कह सकता था कि काफी बीमार है लेकिन रिपोर्ट को देखकर मैं खुद परेशान था। उनके अग्नाशय में कुछ जख्म थे। दुर्भाग्य से अग्नाशय के जख्मों का शुरुआती लक्षण बहुत कम दिखता है। इसके आगे डॉ. जमन्नाथ ने कहा कि मेरे दिल में पर्रिकर के लिए बहुत सम्मान है, इसलिए नहीं कि वह गोवा के सीएम और देश के पूर्व रक्षा मंत्री थे, बल्कि इसलिए क्योंकि वह बेहद ईमानदार, मेहनतकश और लोगों के नेता हैं। उनके जैसा उच्च नैतिकता वाला नेता होना बहुत मुश्किल है। उनकी शिक्षा बेहद शानदार रही, वह आईआईटी से हैं। गोवा में सब उन्हें प्यार करते हैं।’
इसके आगे डॉ. ने पीएम मोदी और पर्रिकर की मुलाकात का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि जब वह अस्पताल में भर्ती थे, तो पीएम मोदी उन्हें देखने आए थे। इस दौरान पीएम मोदी काफी परेशान थे। लेकिन पर्रिकर ने मुस्कुराते हुए पीएम से कहा कि वह सिर्फ गोवा के लोगों की सेवा करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने हमसे कहा कि इस बीमारी के इलाज के लिए दुनिया में जो भी सबसे अच्छा हो, वह पर्रिकर के लिए किया जाए।
इंटरनैशनल हेपाटो पैनक्रिएटो बाइलेरी असोसिएशन का अध्यक्ष होने के नाते न्यू यॉर्क स्थित मेमोरियल स्लोअन केटरिकंग के मेरे कुछ साथी डॉक्टर उनका इलाज करने के लिए तैयार हो गए। इसके बाद पर्रिकर को न्यू यॉर्क ले जाया गया। इसके बाद सभी चीजें नियंत्रण में नजर आ रही थी और वह वहां से वापस आ गए।’