हाई क्वालिटी व स्वच्छता के लिए अगले महीने से ट्रेनों में आपूर्ति होने वाले खाने के पैकेट में क्यूआर कोड स्टीकर लगाना जरूरी हो गया है. बता दें कि स्टीकर लगने की वजह से खाना बनाने वाला और ठेकेदार का पता चल जाएगा. औऱ हाई क्वालिटी और स्वच्छता में लपरवाही बरतने पर रेलवे विभाग की ओर से तुरंत एक्शन लिया जाएगा. जिसे आईआरसीटीसी के एप में आसानी से पढ़ा जा सकेगा।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मुंबई, दिल्ली,प्रयागराज , कोलकाता सहित 32 शहरों में उन्नत रेल किचन बनाएं गए हैं.नए रुलस के मुताबिक, खाना पकाने व ट्रेनों में आपूर्ति का काम अलग अलग कंपनी-ठेकेदार करेंगे। दांवा किया जा रहा है कि खाने के पैकेट पर क्यूआर कोड स्टीकर लगने की वजह से खाना पकाने वाली कंपनी जांच पड़ताल करने वाले अधिकारी व ठेकेदार का आसानी से पता लगाया जा सकेगा।
इस व्यवस्था से खानपान में उच्च स्तर की गुणवत्ता व स्वच्छता बनी रहेगी। बासी खाने की पैकिंग और किसी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना मिलने पर रेलेवे विभाग की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं, दूसरी ओर फूड सेफ्टी सुपरवाइजर नियुक्त होंगे।
रेलवे किचन में खानपान की निगरानी के लिए फूड सेफ्टी सुपरवाइजर नियुक्ति किए जाएंगे। इस कार्य को कॉमर्श एंड इंडस्ट्री मंत्रालय के नेशनल एग्रीडेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड केलिबे्रटिंग लैबस करेगा। सेफ्टी सुपरवाइजर खाना बनाने वाले ठेकेदार कंपनियों के कामकाज पर निगरानी रखने के अलावा खाने की गुणवत्ता जांचेगा। ये भी पढ़ें:आतंकियों से मुकाबले के लिए दिल्ली तैयार, ये चलता फिरता कंट्रोल रूम करेगा नापाक साजिश को फेल