लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीति भी जमकर हो रही है। नेताओं की रैलियों से लेकर नारों के शोर तक, अब राजनीति में चरम पर पहुंच गया है। जिसके चलते अब राजनीति का सट्टा बाजार भी खुल गया है। सट्टें बाजार के हिलाज से इस बार का चुनाव सबसे अहम और सबसे दिलचस्प माना जा रहा है। तभी तो तारीखों के ऐलान के साथ ही अब तक 12 हजार करोड़ का सट्टा लग चुका है। जिसे देखकर सब हैरान है। वही चुनाव पर अब ये सट्टा आगे चलकर 2 लाख करोड़ तक जान की भी उम्मीद है।
सट्टा बाजार के मुताबिक, इस चुनाव में हर पार्टी दूसरी पार्टी को टक्कर देते हुए नजर आ रही है। जिसके चलते सरकार किसकी बनेगी, तो अभी कहना जलदी हो जाएगा। इस बार का चुनाव कांटे की टक्कर का होगा। लेकिन इस टक्कर में भी हर बार की तरह बीजेपी कांग्रेस से आगे निकल सकती है। जिसके चलते पीएम मोदी और उनके कद्दावर नेताओं की सीट पर सटोरियों भी पत्तें नहीं खोल रहा है।
हालांकि सटोरियों के मानें तों, 2014 की तरह इस बार भी बीजेपी अपने सहयोगियों के सहयोग से सरकार बना सकती है। लेकिन बीजेपी प्रधानमंत्री के चेहरे पर अडंगा न डाल दे। जिसके चलते अभी तक प्रधानमंत्री के लिए सट्टा शुरू नहीं किया है। फिलहाल सट्टा बाजार सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस में किसी जीत होगी। इसी पर ध्यान दे रहा है। क्योंकि ये चुनाव दोनो ही पार्टियो के लिए नाक की लड़ाई बना हुआ है। जहां एक तरफ बीजेपी को इस बार फिर से कमबैक करना है, तो वही राहुल गांधी को इस चुनाव के जरीए अपनी राजनेता की छवि को साबित करना है।
इस सट्टेंबाजार में बीजेपी कांग्रेस को पछाड़ते हुए आगे निकल गई है । लेकिन बहुमत से बीजेपी ने भी दूरी बनाए हुए है। सट्टाबाजार बीजेपी को 240 सीट दे रहा है। इस दौरान 23 पैसे का भाव है और 250 सीट पर 1 रुपये और 255 सीट पर 1.40 पैसे का भाव है। कांग्रेस का 60 सीट पर 28 पैसे का भाव है, और 65 सीट पर 67 पैसे भाव और 75 सीट पर कांग्रेस का 1 रुपये का भाव है।
हालांकि चुनाव मे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सट्टा बाजारियों ने भी अपनी सुरक्षा के इंतजाम पहले ही कर लिए है। पुलिस और जांच एजेंसियो से बचने के लिए सटोरियों ने एक मोबाइल ऐप तैयार की है। जिसका सर्वर विदेशों मे होगा। पहले की तरह मोबाइल बेबसाइट इत्यादि को दरकिनार कर हर कानून से बचने के लिए ऐप का सहारा लिया जा रहा है। बता दें की चुनाव का परिणाम 23 मई को आयेगा।