सोमवार के दिन की शुरुआत आगरा बस हादसे की खबर से हुई। जिसमें 29 लोगों की जान चली गई। जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस सड़क हादसे पर पीएम मोदी समेत कई नेताओं ने दुख जताया। जबकि यूपी रोडवेज ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। हादसे के बाद से ही जांच चल रही थी, ये जानने की कोशिश की जा रही थी कि, आखिर हादसा कैसे हुआ। हादसे की जांच के लिए सीएम योगी ने अधिकारियों को जांच के आदेश दिए थे। जांच में जो बात निकलकर आई वो वाकई चौंकाने वाली है। ऐसी वजह जिसने शासन-प्रशासन के सारे दावों को खोकला साबित कर दिया है। असल में हादसे का शिकार होने वाली बस लखनऊ से दिल्ली जा रही थी। और बस में दिल्ली जाने वाले यात्री ज्यादा सवार थे। इस कारण अधिकारियों ने बस रवाना के बाद बस का रूट बदलने के आदेश दे दिए। जो बस गाजीपुर होते हुए जाने वाली थी उसे आनंद विहार के रास्ते से जाने को कहा गया। इसी को अब हादसे की वजह मानी जा रही है। जांच अधिकारियों का कहना है कि, हो सकता है ड्राइवर को इस रास्ते का मालूम नहीं होगा। इसी कारण उससे ये गल्ती हो गई। जिसने पल भर में कोहराम मचा दिया। एक साथ 29 चिरागों को बुझा दिया।
आपको बता दें, रविवार को सीटीईटी का पेपर था। जिस कारण काफी सारे छात्र परीक्षा देने लखनऊ पहुंचे थे। वापसी के वक्त दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा थी। इस बस में दिल्ली और गाजीपुर के यात्री चढ़े थे। लेकिन दिल्ली के यात्री ज्यादा होने की वजह से सीएसआई ने बस को गाजीपुर के बजाय आनंद विहार से भेजने का फैसला लिया। हालांकि, ये उन्हें खुद नहीं पता था कि, उनका एक फैसला इतने लोगों की जिंदगी छीन लेगा। मिली जानकारी के मुताबिक, बस ड्राइवर को 15 साल का अनुभव था। और जिस जगह बस हादसे का शिकार हुई उस जगह से लगभग 10 किलोमीटर पहले ड्राइवर ने टोल टैक्स दिया था। तो ऐसे में ड्राइवर को नींद आने की वजह भी सही नहीं मानी जा रही है। इसलिए कहा जा रहा है कि, शायद ड्राइवर को रास्ते की सही जानकारी नहीं थी, इस वजह से उससे ये गलती हुई हो।
यूपी सीएम ने जांच करने के दिए आदेश
सोमवार की सुबह हुए इस हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया। साथ ही साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से अनुरोध किया है कि वे आगरा में बस दुर्घटना के स्थल की तुरंत जांच करें और अस्पताल में घायलों का दौरा कर उनकी चिकित्सा देख-रेख करें।
CM Yogi Adityanath has requested Deputy CM Dinesh Sharma & Minister of State for Transport Swatantra Dev Singh to immediately visit the site of the bus accident in Agra and visit the injured in the hospital to oversee their medical care. https://t.co/prQ67QnJTw
— ANI UP (@ANINewsUP) July 8, 2019
इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर सड़क दुर्घटना का संज्ञान लिया है जिसमें 29 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट से बात की है और घायलों के इलाज के लिए निर्देश दिए हैं। ये भी पढ़ेंः- यूपी में दर्दनाक हादसा, नाले में बस गिरने से कोहराम 29 लोगों की मौत
आपको बता दें, सड़क हादसों को ध्यान में रखते हुए ही उत्तर-प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने नशेड़ी कर्मियों पर शिकंजा कसने के लिए हर रास्ते में चालक-परिचालकों की जांच ‘ब्रीथ एनालाइजर’ से की जाएगी।