लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद सभी पार्टियां अपनी रणनीति में लग गई है। इसी बीच सभी पार्टियों ने अपने साथी सहयोगियो के साथ गठबंधन का हाल भी जान लिया है। लेकिन दिल्ली के गठबंधन की तस्वीर अभी भी साफ नहीं है। जहां एक तरफ दिल्ली में आम आदमी पार्टी कांग्रेस से गठबंधन के रास्ते निकाल रही है। तो कांग्रेस भी अभी तक इस गठबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति में बनाए हुए है।
जिसके बाद अब दिल्ली आप और कांग्रेस को साथ लाने का जिम्मा एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने उठाया है। दरअसल बीजेपी को हराने के लिए दिल्ली में भी हर राज्य की तरह गठबंधन की जरूरत पड़ सकती है। इस स्थिति को समझते हुए शरद पवार आगे आते हुए कोशिश करते हुए नजर आ रहे है। जिसके चलते अब दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शिला दीक्षित ने भी तीन प्रदेश कार्यकारी अध्यक्षों के साथ बैठक बुलाई है। जिसमें देवेंदर यादव, हारुन यूसुफ और राजेश लिलोठिया शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस अहम मीटिंग में आप से गठबंधन को लेकर चर्चा हो सकती है।
गौरतल है कि अब दिल्ली में आप आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर कांग्रेस खेमे में ही बवाल नजर आ रहा है। आप के गठबंधन के लिए कांग्रेस दो खेमे में बट गई है। जहां एक खेमा शीला दीक्षित की तरफ से बोल रहा है तो वही दूसरा खेमे में दिल्ली प्रभारी पीसी चाको है। बता दे कि शीला दीक्षित का साफ मानना है कि दिल्ली में आप आदमी पार्टी से गठबंधन करने से कांग्रेस को ही नुकसान होगा। जिसके चलते शीला दीक्षित ने राहुल गांधी को आप से दूरी बनाए रखने के लिए कहा है। वही पीसी चाको आप से गठबंधन का समर्थन कर रहे है। जिसके बाद अब सवाल यही खड़ा है कि क्या दिल्ली में आप और हाथ साथ आएंगे या नहीं ? ये भी पढ़े:- कांग्रेस ने ‘केजरी’ के बाद ‘शिवपाल’ को दिया झटका, ‘दर्द बयां करते नजर आए शिवपाल’