देश में इस समय चुनावी माहौल पूरी तरह चारों तरफ दिखाई दे रहा है. और चुनाव नजदीक आते-आते हर राजनीतिक पार्टी अपने चुनाव-प्रसार पूरा ध्यान दे रही है. फिर चाहे वो कांग्रेस और या बीजेपी. सत्ता में आने के लिए सभी पार्टियों में होड़ मची हुई है. अब ऐसे में एक बड़ी खबर कांग्रेस और एनसीपी से सामने आई है. क्योंकि ये दोनों पार्टियां सीटों के बंटवारे को लेकर मुंबई में रविवार को मुलाकात कर सकते हैं. और ये नेता सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि यूपी पर भी अपना निशाना साधने की प्लानिंग करने में लगे हैं. और इनका ये प्लान सफल होता है तो महाराष्ट्र के दलित वोटों को साधने में इन्हें खासा मदद मिलेगी.
बता दें, साल 2009 के चुनावों में बसपा को महाराष्ट्र करीब 1 लाख वोट मिले थे. पर वो फिर भी एक भी सीट नहीं जीत पाई. लेकिन इसका पूरा फायदा बीजेपी को मिला. और अब बसपा ने एक बार फिर महाराष्ट्र से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. मार्च की शुरुआत में पार्टी के नेता वीरेंद्र सिहं ने कहा था कि बसपा ने 15 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. पर आपको ये भी बता दें, कि राज्य में फिलहाल बसपा की एक भी सीट नहीं है.
पर प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन अगड़ी को नहीं भुलाया जा सकता क्योंकि इन्होंने सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि बीजेपी पार्टी के खिलाफ लड़ने का विकल्प भी तैयार किया है. और ये असदुद्दीव ओवैसी वाली एआईएमआईएम के साथ से SC/ST, OBC और मुस्लिम को साथ लाना चाहते हैं. ये भी पढ़ेंः- यूपी की इस सीट से राज बब्बर का लड़ना तय, जल्द जारी होगी कांग्रेस की दूसरी लिस्ट
वहीं अगर एक नजर बसपा की सीटों पर मारे तो ये तो साफ था कि उसे 2009 में वोट काफी मिले थे. और अब अगर कांग्रेस बसपा को सीट दे देती हैं. तो हो सकता है कि इस बार बीजेपी के लिए राज्य में मुश्किलें खड़ी हो जाए. क्योंकि बीजेपी पार्टी को नाना पटोले ने छोड़ दिया है और ये पार्टी का एक बड़ा और सफल चहेरा साबित हुए हैं.