उत्तर प्रदेश में सपा- बसपा के गठबंधन का सामने करने के लिए बीजेपी एक नई रणनीति लेकर अब चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए सबसे पहले पार्टी के हाईकमान ने यूपी की एक तिहाई लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को ही बदलने का फैसला किया है। यानी की बीजेपी अब उत्तर प्रदेश में नई लीडपशिप के सहारे जितने की कोशिश में लगी है। जिसके लिए पार्टी ने एक पूरा फॉर्मेट तक तैयार किया है। पार्टी ने फैसला किया है कि उम्मीदवारों को मैदान में उतारने से पहले क्षमता, परफॉर्मेंस और छवि जैसे पहलुओं को सबसे पहले पर्खा जाएगा। उसके बाद ही नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा।
पार्टी सूत्रो के मुताबिक, अमित शाह बिल्कुल भी नहीं चाहते कि यूपी के गठबंधन के सामने कोई कमजोर प्रत्याशी उतारा जाएगा। जिसके चलते अब पार्टी के आलाकमान के बीच गहन चर्चा चल रही है। इस दौरान बीजेपी ने लगभग 25 सीटों ऐसी सीटों पर नजर बनाए हुए है। जिसके उम्मीदवार पार्टी बदलने के बारे मे सोच रही है। इसके लिए चयन समिति नमो ऐप का भी इस्तेमाल कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद सांसदों के परफॉर्मेंस को लेकर पब्लिक से फीडबैक मांगा था और अब उम्मीदवारों के चयन में यह काफी काम आ रहा है।
आपको बता दे कि पार्टी ने अब तक अपनी सूची में 32 सीटों पर उम्मीदवारो का ऐलान कर दिया है। शनिवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही केंद्रीय चुनाव समिति के साथ यूपी के उम्मीदवारों पर गहन चर्चा की थी। जिसके बाद सोमवार को सभी उम्मीदवारों के नाम जारी किए गए। इस दौरान पार्टी ने 6 सांसदों का टिकट काटा है। जिसके बाद अब देखना ये होगा कि पार्टी और कौन कौन से मौजूदा सांसदों का टिकट काटती है। ये भी पढ़ें:-यूपी में इन सांसदों के टिकट काट सकती है बीजेपी, सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर