2019 चुनाव से पहले बीजेपी को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सहयोगी दल अब कांग्रेस और सपा- बसपा गठबंधन की और अपने कदम बढ़ाते हुए नजर आ रहे है। दरअसल लंबे समय से राज्य सरकार और बीजेपी सराकर के संबंध अपना दल के साथ ज्यादा अच्छे नहीं चल रहे। जिसके चलते अब अपना दल की संरक्षक अनुप्रिया पटेल और अध्यक्ष आशीष पटेल ने चुनाव को ध्यान में रखते हुए एक कदम आगे बढ़ाया है और दोनो ही नेताओं ने कांग्रेस के साथ गठबंधन पर विचार किया है। जिसके लिए अनुप्रिया पटेल और आशीष पटेल ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात भी की है। इन नेताओं की यह मुलाकात प्रियंका गांधी के आवास पर हुई। जिसमे आगे गठबंधन की कितनी संभावनाएं बन सकी हैं, पर चर्चा हुई। वही दूसरी और एसबीएसपी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर भी सपा के संपर्क मे जाते हुए नजर आ रहे है।
खबरों की माने तो अपना दल और कांग्रेस के बीच यह बैठक लगभग 3 घंटे चली है। चुनाव और गठबंधन को लेकर चर्चा हुई। लेकिन इस बैठक के बाद अनुप्रिया पटेल ने निर्णय लेने के लिए कांग्रेस से तीन हफ्तो का समय मांगा है। जिसमें वह आगे की रणनीति बनाने का काम कर सकती है। हालांकि इससे पहले अनुप्रिया पटेल सपा-बसपा गठबंधन के पास भी गई थी। लेकिन वहा बात नहीं बनी।
वही इस मुलाकात पर अनुप्रिया पटेल का कहना है कि बीजेपी के साथ हमें कुछ समस्याएं आईं और उसको हमने शीर्ष नेतृत्व के सामने रखा भी। 20 फरवरी तक का हमने उन्हें समय दिया कि इन समस्याओं का समाधान करें, लेकिन इन समस्याओं का समाधान नहीं किया। इससे यही प्रतीत होता है कि बीजेपी को शिकायतों से कोई लेना देना नहीं है। समस्याओं के समाधान में कोई रूचि नहीं है। इसलिए अपना दल अब स्वतंत्र है, अपना रास्ता चुनने के लिए। हमारी पार्टी की बैठक हमने बुला ली है। पार्टी जो तय करेगी हम करेंगी।
गौरतलब है कि बीजेपी और अपना दल में विवाद तब शुरू हुआ। जब अपना दल ने राज्य सरकार और बीजेपी पर पार्टी की उपेक्षा का आरोप लगाया था। जिसके चलते अपना दल ने बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को 20 फरवरी तक विवाद निपटाने के लिए भी कहा था लेकिन इस बर कदम न उठाने के बाद अब अनुप्रिया पटेल दूसरे विकल्प तलाश कर रही है।